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    खैरा पूरे छेमी में मतदान का बहिष्कार

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    Updated: Sun, 18 Oct 2015 12:26 AM (IST)

    प्रतापगढ़ : रामपुर संग्रामगढ़ के खैरा पूरे छेमी समेत छह पुरवे के लोगों ने खैरा में ही बूथ बनाने की म ...और पढ़ें

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    प्रतापगढ़ : रामपुर संग्रामगढ़ के खैरा पूरे छेमी समेत छह पुरवे के लोगों ने खैरा में ही बूथ बनाने की मांग को लेकर शनिवार को सुबह मतदान का बहिष्कार कर दिया। लगभग चार घंटे तक चले बहिष्कार के बाद एडीएम, एएसपी पूर्वी मौके पर पहुंचे और घंटे भर तक समझाने के बाद ग्रामीणों को मतदान के लिए राजी किया। इस तरह लगभग साढ़े पांच घंटे तक मतदान का बहिष्कार जारी रहा। बताते हैं कि ग्राम पंचायत खैरा पूरे छेमी में खैरा पूरे छेमी के अलावा कोहिला, पंडित का पुरवा, पूरे हरजू, बड़ी खपराही, बाबा का पुरवा, पूरे शंकर गांव में शामिल है। खैरा से पूरे शंकर की दूरी लगभग ढाई किमी है। पिछले पंचायत चुनाव तक पूरे शंकर में स्थित प्राथमिक स्कूल को मतदान केंद्र बनाया जाता रहा है। साल भर पहले खैरा पूरे छेमी में प्राथमिक स्कूल बन कर तैयार हो गया। मतदान कार्मिक शुक्रवार की शाम सीधे खैरा पूरे छेमी गांव स्थित स्कूल पहुंच गए। कुछ देर बाद किसी ने प्रशासन को सूचना दे दिया कि निर्धारित स्थल के बजाय खैरा पूरेछेमी गांव में पो¨लग पार्टी पहुंच गई। इस सूचना पर एडीएम पुनीत शुक्ल पहुंचे और पो¨लग पार्टी को लेकर पूरे शंकर स्थित विद्यालय चले आए। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया।

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    इसे लेकर खैरा पूरे छेमी, कोहिला, पंडित का पुरवा, पूरे हरजू, बड़ी खपराही, बाबा का पुरवा गांव के ग्रामीणों ने प्रधान संत बख्श ¨सह की अगुवाई में मतदान का बहिष्कार कर दिया। उनका कहना था कि उनके गांव से पूरे शंकर गांव लगभग ढाई किमी दूर है। वहां जाने में मतदाताओं की असुविधा होगी। जब उनके गांव में विद्यालय बन गया है और पो¨लग पार्टी भी स्कूल पर आकर ठहर गई थी तो उसे पूरे शंकर क्यों भेज दिया गया। इसे लेकर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जबकि पूरे शंकर गांव के लोग मतदान करते रहे।

    अधिकांश ग्रामीणों के चार घंटे से अधिक समय तक मतदान के बहिष्कार की जानकारी एडीएम पुनीत शुक्ल को हुई तो वे एएसपी पूर्वी अखिलेश्वर पांडेय के साथ खैरा पूरे छेमी गांव पहुंचे और ग्रामीणों को प्रशासनिक दिक्कतों को बताते हुए मतदान करने के लिए समझाने लगे। एडीएम का कहना था कि खैरा पूरे छेमी गांव मतदान केंद्र के लिए सूचीबद्ध नहीं है, ऐसे में वहां मतदान केंद्र कैसे बनाया जा सकता है। काफी देर तक समझाने के बाद प्रधान संत बख्श ¨सह ग्रामीणों को मतदान कराने के लिए तैयार हुए। लगभग साढ़े बारह बजे के बाद खैरा पूरे छेमी समेत अन्य छह गांवों के लोगों ने मतदान शुरू कर दिया।