राजा भैया के करीबी केएन निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित
प्रतापगढ़ : राजा भैया के करीबी डा.कैलाशनाथ ओझा सोमवार को निर्विरोध जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष निर्वाचित हो गए। जबकि कृष्ण प्रताप सिंह उप सभापति निर्वाचित हुए।
निर्वाचन अधिकारी सौरभ शुक्ला की मौजूदगी में सोमवार को सुबह लगभग साढ़े आठ बजे प्रबंध समिति सदस्य के चार पदों के लिए मतगणना शुरू हुई। मांधाता क्षेत्र से कृष्ण प्रताप सिंह ने 13 मत पाकर राजकुमार को आठ मतों से हराया। राजकुमार को पांच मत मिले। सड़वा चंद्रिका क्षेत्र से रमेश प्रताप सिंह ने 30 मत पाकर रजवंत सिंह को छह मतों से हराया। रजवंत को 24 मत मिले। वृत्तिक क्षेत्र से 118 मत पाने के बाद भी पूर्व अध्यक्ष सिंधुजा मिश्र सदस्य पद का चुनाव हार गई। वृत्तिक क्षेत्र से राकेश कुमार, राजेश श्रीवास्तव निर्वाचित घोषित किए गए। राकेश को 311 मत, राजेश को 305 मत मिले। समता त्रिपाठी 96 मत पाकर हार गईं।
सदस्य पद के नतीजे घोषित होने के बाद डा.कैलाशनाथ ओझा ने अध्यक्ष (सभापति) पद के लिए नामांकन किया। अन्य किसी के नामांकन न करने से डा.केएन ओझा को निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित घोषित कर दिया गया। इसके अलावा कृष्ण प्रताप सिंह उप सभापति, उर्मिला सिंह पत्नी मोती सिंह, अनिल सिंह लाल साहब, प्रदीप कुमार सिंह यूपी कोआपरेटिव बैंक के प्रतिनिधि व रमेश प्रताप सिंह ने पीसीयू प्रतिनिधि चुने गए।
अध्यक्ष बनने के बाद समर्थकों ने डा.ओझा क ा माल्यार्पण करके स्वागत किया। चुनाव के दौरान पूर्व मंत्री मोती सिंह, विधायक विनोद सरोज, ब्लाक प्रमुख प्रफुल्ल सिंह, विनय सिंह, पंकज सिंह, बैजनाथ सिंह, संतोष दुबे, डीसीडीएफ अध्यक्ष हरिकेश सिंह, मुक्कू ओझा, दिनेश तिवारी, हरिकेश सिंह, शंकू सिंह, शेखर सिंह, मयंक सिंह, हैपी सिंह, चिंगुद सिंह, रवींद्र पांडेय, राजकरन मिश्रा आदि मौजूद रहे।
गौरतलब है कि प्रबंध समिति के सदस्य पद के लिए 29 जनवरी 13 को चुनाव हुआ था। उसमें 10 सदस्य डा.कैलाशनाथ ओझा, पूर्व मंत्री मोती सिंह की पत्नी उर्मिला सिंह, बेटे राजीव प्रताप सिंह, अनिल सिंह, निशाकांत ओझा, वंशराज सिंह, जगदेव प्रसाद, रामकृपाल, गिरिजा देवी पत्नी लक्ष्मीकांत निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। चार पदों के लिए छह प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान हो गया था। लेकिन हाईकोर्ट के आदेश पर मतगणना रोक दी गई थी। वह याचिका निरस्त होने के बाद सोमवार को चुनाव कराया गया।
लोकतंत्र की हुई है जीत: गोपालजी
प्रतापगढ़ : केएन ओझा के निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित होने पर एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपालजी ने कहा कि यह लोकतंत्र के साथ ही राजा भैया के विश्वास की जीत है। इस ऐतिहासिक जीत से विरोधियों को मुंह की खानी पड़ी है। नवनिर्वाचित अध्यक्ष कैलाशनाथ ओझा ने कहा कि किसानों को हर सहूलियत उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे। उन्हें समय से खाद, बीज मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजा भैया के सिद्धांतों पर चल कर किसानों की सेवा करने का काम करेंगे। इधर, अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद डा.ओझा राजा भैया के कैंप कार्यालय पहुंचे तो वहां कार्यकर्ताओं ने ढोल, नगाड़े, आतिशबाजी के बीच स्वागत किया।
छह साल बाद केएन को दुबारा कमान
प्रतापगढ़ : लगभग साढ़े छह साल बाद दूसरी बार डा.केएन ओझा को सहकारी बैंक के अध्यक्ष की कमान मिली है। इसके पहले डा.ओझा 21 नवंबर 2004 से 5 सिंतबर 2007 तक अध्यक्ष रहे थे। इसके बाद बसपा की सरकार बनने के बाद सिंधुजा मिश्रा अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं।
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आरआरएफ के साये में हुआ चुनाव
प्रतापगढ़ : किसी तरह का बवाल होने की आशंका के मद्देनजर आरआरएफ के साये में चुनाव कराया गया। सहकारी बैंक में सुरक्षा के लिए दो दारोगा के अलावा पूरे परिसर और दोनों गेट पर सिर्फ आरआरएफ के जवान तैनात थे।
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