Varun Gandhi News: गांधी परिवार की परंपरागत सीट है पीलीभीत; आज नामांकन का आखिरी दिन, सांसद वरुण गांधी के अगले कदम का इंतजार
Pilibhit Lok Sabha Seat Latest Update सांसद वरुण गांधी के अगले कदम का इंतजार उनके समर्थक कर रहे हैं। मेनका छह बार तो वरुण गांधी यहां से दो बार चुनाव जीते हैं। सांसद से जुड़े उनके करीबी समर्थक भी इस मामले पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय पदाधिकारी भी किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं।
देवेंद्र देवा, पीलीभीत। भारतीय जनता पार्टी से टिकट कटने के बाद सांसद वरुण गांधी के समर्थकों में सन्नाटा है। सांसद वरुण गांधी का अगला कदम क्या होगा? इसे लेकर ही तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया का बुधवार को अंतिम दिन है।
ऐसे में सांसद वरुण गांधी की ओर से अपने समर्थकों को किसी तरह का कोई संदेश अभी तक नहीं दिया गया है। फिलहाल सभी की निगाहें बुधवार पर टिकी हैं।
वरुण का नाम काटकर दिया जितिन प्रसाद को टिकट
भारतीय जनता पार्टी ने 24 मार्च को देररात जारी सूची में सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर उनके स्थान पर लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है। टिकट कटने के बाद सांसद वरुण गांधी के समर्थकों में सन्नाटा सा पसर गया।
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कुछ दिन पहले ही सांसद के निजी सचिव कमलकांत ने यहां पहुंचकर नामांकन पत्र के चार सेट खरीदे थे। जिसके बाद यह माना जा रहा है कि सांसद वरुण गांधी पीलीभीत लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अब नामांकन दाखिल करने का बुधवार को अंतिम दिन है। जबकि सांसद वरुण गांधी की ओर से स्थानीय समर्थकों को अभी तक किसी तरह का कोई संदेश नहीं मिला है। जिस कारण सांसद वरुण गांधी का अगला कदम क्या होगा? यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।
गांधी परिवार की परपंरागत सीट मानी जाती है
पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र गांधी परिवार की परपंरागत सीट मानी जाती रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी पीलीभीत लोकसभा सीट से छह बार सांसद चुनी गई हैं। वहीं उनके पुत्र वरुण गांधी दो बार पीलीभीत संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं। गांधी परिवार के कारण ही पीलीभीत लोकसभा सीट हमेशा सुर्खियों में रहती है। फिलहाल सांसद वरुण गांधी के अगले कदम का की प्रतीक्षा यहां हर व्यक्ति कर रहा है।
पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने खरीदा नामांकन पत्र
स्थानीय निकाय चुनावों से कुछ दिन पहले ही पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। जिसके बाद वह भाजपा के कार्यक्रमों में भागीदारी करने लगे थे। हेमराज वर्मा भी लोकसभा सीट से भाजपा टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन भाजपा ने लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है। जिससे पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा और उनके समर्थक आहत हैं।
इतना ही नहीं पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा पूरी तरह बगावत के मूड में दिखाई दे रहे हैं। बुधवार को पूर्व राज्यमंत्री के लिए उनके भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख अरुण वर्मा ने नामांकन पत्र खरीदा है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में हेमराज वर्मा को लेकर अटकलें लगने लगी हैं।
पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने बताया कि भाजपा ने सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर स्थनीय नेता को नहीं दिया है। जिससे उनके समर्थकों में रोष है। इसके चलते ही उन्होंने नामांकन पत्र खरीदवाया है। पूर्व राज्यमंत्री ने बताया कि बुधवार को पूर्वान्ह दस बजे अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है। जिसमें वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर विचार विर्मश कर निर्णय लिया जाएगा। अगर समर्थकों ने चुनाव लड़ाने के लिए जोर दिया तो नामांकन कराया जाएगा।
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