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    Pilibhit News: खेत में काम कर रहे थे किसान तभी सामने आया बाघ, मच गई चीख पुकार; दहशत में लोग

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 03:32 PM (IST)

    पीलीभीत के माधोटांडा कस्बे के पास एक बाघ जंगल से निकलकर खेतों में पहुंच गया जिससे किसानों में दहशत फैल गई। खेतों में काम कर रहे किसान बाल-बाल बचे। सामाजिक वानिकी और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। शोर होने पर बाघ गन्ने के खेत में छिप गया। वन विभाग की टीम बाघ की निगरानी कर रही है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

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    खबर में सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, पीलीभीत। जंगल से बाहर निकलकर एक बाघ दिन के उजाले में माधोटांडा कस्बे के नजदीक पहुंच गया। खेतों में कार्य कर रहे किसानों ने बाघ को जब अपने नजदीक देखा तो वह सहम गए। किसानों ने मौके से भाग लगा दी। देखते ही देखते सैकड़ों लोग भी मौके पर पहुंच गए। सामाजिक वानिकी की टीम भी पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गई। शोर शराबा करने पर बाघ गन्ने के खेत में जाकर छिप गया।

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    किसान काम करने में व्यस्त थे, तभी आया बाघ

    बुधवार की सुबह कुछ लोग माधोटांडा के युवक मंगलदल खेल मैदान के पास खेत में कार्य कर रहे थे। तभी अचानक एक बाघ जंगल से निकलकर कर किसानों के नजदीक तक पहुंच गया। किसान अपने कार्य में व्यस्त थे। तभी अचानक एक किसान की बाघ पर नजर पड़ी तो वह घबराकर चीखने लगा। साथ में मौजूद अन्य लोग भी बुरी तरह घबरा गए। बाघ को सामने देख किसानों ने वहां से भाग लगा दी। कस्बे में पहुंचकर लोगों को बाघ होने की जानकारी दी। देखते ही देखते सैकड़ों किसान मौके पर पहुंच गए।

    लोगों के शाेर मचाने पर गन्ने के खेत में पहुंच गया बाघ

    सूचना मिलने पर सामाजिक वानिकी के रेंजर सोबरन लाल और पुलिस उप निरीक्षक लोकेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। बाघ मित्र अतुल सिंह भी मौके पर पहुंच गए। लोगों ने जब शोर शराबा किया तो बाघ पास में ही गन्ने के खेत में घुस गया। वन विभाग की टीम ने बाघ के पग चिह्नों को भी देखा। बाघ मित्र ने लोगों को बाघ से दूरी बनाने के लिए आग्रह किया और लोगों को जागरूक किया।

    वन विभाग की टीम बाघ को तलाशने में जुटी

    पुलिस ने वहां पर मौजूद लोगों को वहां से हटा दिया। वन विभाग की टीम बाघ की निगरानी में जुट गए। बता दें कि यहां से जंगल लगभग दो किलोमीटर दूर है। बाघ जंगल से निकलकर आबादी तक पहुंच गया। ऐसे में किसान बाल−बाल बच गए। लेकिन अभी भी बाघ की आस पास में ही मौजूदगी बनी हुई है। किसानों पर अभी भी बाघ का खतरा मंडरा रहा है।

    सामाजिक वानिकी के रेंजर सोबरन लाल ने बताया कि बाघ के पग चिह्नों को ट्रेस किया गया है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। निगरानी के लिए टीम लगी हुई है।