Pilibhit news : फर्जी साइन और मुहर लगाकर लेता था पैसे, कॉलेज में दो साल से स्कैम कर रहा था निलंबित लिपिक
अमृता सरदार वल्लभभाई पटेल इंटर कॉलेज बीसलपुर में अंकपत्र संशोधन के नाम पर लिपिक द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। शिक्षा परिषद के संज्ञान में आने पर लिपिक निलंबित हुआ। छात्रों से मनमाना शुल्क वसूला गया और प्रधानाचार्य के फर्जी हस्ताक्षर किए गए।

संवाद सहयोगी, बीसलपुर । अंक पत्रों का संशोधन करने के नाम पर अमृता सरदार वल्लभभाई पटेल इंटर कॉलेज का लिपिक फर्जीवाड़ा का खेल दो साल से खेल रहा था। प्रधानाचार्य व प्रबंध समिति से लिपिक के फर्जीवाड़ी की शिकायत की गई परंतु शिकायत को नजरअंदाज कर दिया गया।
मामला सामने आने पर फर्जीवाड़े का भांडा फूटा
शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कर्यालय बरेली के सचिव के संज्ञान में आने पर फर्जीवाड़े का भांडा फूटा और आरोपी लिपिक को निलंबित कर दिया गया। सरदार बल्लभभाई पटेल इंटर कॉलेज अमृता खास मे बर्ष 2024 में विशेष कुमार और प्रदीप कुमार ने कक्षा 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इनके अंक पत्रों में नाम गलत लिखे हुए थे।
दोनों छात्रों ने बताया कि उन्होंने कॉलेज के लिपिक राजकमल गंगवार से संपर्क किया। लिपिक ने उनकी समस्या का बहुत जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया। इसके एवज में इन छात्रों से उनसे मनमाना शुल्क लिया था। आरोप है कि इसके बाद लिपिक ने प्रार्थनापत्र भी ले लिए। उन प्रार्थनापत्रों को प्रधानाचार्य और जिला विद्यालय निरीक्षक से अग्रसारित कराने के बजाय स्वयं अग्रसारित कर दिए।
फर्जी हस्ताक्षर कर दिए
प्रार्थनापत्रों पर प्रधानाचार्य और जिला विद्यालय निरीक्षक की मुहर लगा दी और उनके फर्जी हस्ताक्षर कर दिए। राजकमल के पास प्रधानाचार्य और जिला विद्यालय निरीक्षक की मुहरें थीं। बाद में उसने दोनों छात्रों के प्रार्थना पत्र उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय बरेली में भिजवा दिए। वहां पर जब संबंधित पटल प्रभारी ने प्रार्थनापत्र पर प्रधानाचार्य और जिला विद्यालय निरीक्षक के हस्ताक्षरों में भिन्नता पाई, तब उन्हें शक हुआ।
जांच में फर्जीवाड़ा उजागर हो गया। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय सचिव ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश देकर आरोपी लिपिक को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए। जिला विद्यालय निरीक्षक का पत्र मिलते ही कॉलेज के प्रबंधक सुरेंद्र प्रताप सिंह ने लिपिक को निलंबित कर दिया।
छात्रों ने लगाए गंभीर आरोप
छात्रों का आरोप है कि लिपिक द्वारा सुविधा शुल्क लेने की शिकायत विद्यालय के प्रधानाचार्य से की थी परंतु उन्होंने शिकायत को नजरअंदाज कर दिया था। प्रधानाचार्य ने बताया कि निलंबित लिपिक को कार्यालय से संबद्ध किया गया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक से अग्रिम निर्देश मिलने पर लिपिक के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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