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    गिड़गिड़ाती रही सीता, नहीं पसीजा पुलिस का दिल

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 31 Dec 2021 12:05 AM (IST)

    पीलीभीतजेएनएन मुख्यमंत्री की सभा स्थल के बाहर खरौंसा की सीता पुलिस के सामने गिड़गिड़ाती रही। पर पुलिस का दिल नहीं पसीजा। वे भी मजबूर थे मामला सीएम की सु ...और पढ़ें

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    गिड़गिड़ाती रही सीता, नहीं पसीजा पुलिस का दिल

    पीलीभीत,जेएनएन: मुख्यमंत्री की सभा स्थल के बाहर खरौंसा की सीता पुलिस के सामने गिड़गिड़ाती रही। पर पुलिस का दिल नहीं पसीजा। वे भी मजबूर थे, मामला सीएम की सुरक्षा से जुड़ा था। खाकी किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती थी। पति की कोरोना से मौत के बाद सहायता राशि पाने के लिए अफसरों के चक्कर लगाकर थक चुकी गरीब परिवार की एक महिला मुख्यमंत्री से गुहार लगाने के लिए दुधमुंहे बच्चे को लेकर ड्रमंड राजकीय इंटर कालेज (सभास्थल) पहुंची। मगर, सरकारी मशीनरी की मनमानी और राजनेताओं की नजरअंदाजी के चलते उसे सभास्थल पर प्रवेश नहीं मिल सका। वह बच्चे को लेकर कालेज गेट पर जमीन पर बैठ आने-जाने वालों को दुखड़ा सुनाती रही, लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। मुख्यमंत्री की सभा खत्म होने के बाद वह रोती हुई निराश कदमों से अपने घर चली गई।

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    ड्रमंड राजकीय इंटर कालेज गेट पर जमीन पर दुधमुंहे बच्चे को गोद में लिए जमीन पर एक किनारे बैठी खरौंसा गांव की रहने वाली सीता देवी ने बताया कि उसके पति किशनलाल की एक साल पहले कोरोना से मौत हो गई थी। पति की मौत पर सरकार से मिलने वाली सहायता राशि पाने के लिए समस्त औपचारिकताएं पूरी करते हुए आवेदन भी कर दिया गया था। उसके बाद से लगातार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रही है मगर, अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। पति मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे। उनकी मौत के बाद चार बच्चों के भरण पोषण का जिम्मा उसके कंधों पर आ गया। सोचा था कि सहायता राशि मिलेगी तो कोई छोटा कारोबार करके गुजर बसर कर लेंगे। एक साल होने को है, कुछ भी नहीं मिला। उल्टा सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने में जमा पूंजी भी खर्च हो गई। योगी जी के आने का पता लगा था। सोचा यहीं जाकर उनसे मिलकर फरियाद कर लेंगे। मगर, यहां तो सभास्थल पर प्रवेश ही नहीं मिल सका। सुबह से आकर बैठे हुए हैं, भीड़ बहुत है और जब से बताया है कि हम गुहार लगाने के लिए आए हैं, तो पुलिस वाले भीतर जाने ही नहीं दे रहे। महिला ने मदद की आस भरी निगाहों से देखते हुए यहां तक कह दिया कि अगर कोई उनसे मिले तो उसकी बात भी पहुंचा दे। खास बात रही कि अफसर आते-जाते रहे, लेकिन महिला को प्रवेश नहीं मिला। उधर भाजपा के कुछ नेताओं को देखकर भी महिला ने दुखड़ा सुनाया। वह भी योगी जिदाबाद के नारे लगाते हुए आधी बात सुने ही आगे चल दिए। घंटों महिला कालेज गेट पर बच्चे को गोद में लिए भूखी-प्यासी गुहार लगाती रही।