पीलीभीत: गन्ना क्रय केंद्रों पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला, खुले में रात काटने को मजबूर किसान!
गन्ना क्रय केंद्रों पर फैली अव्यवस्था के कारण किसान परेशान हैं। उन्हें खुले में रात बितानी पड़ रही है और फसल बेचने में कठिनाई हो रही है। सुविधाओं की क ...और पढ़ें
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खुले में खड़े गन्ना लदे ट्रैक्टर
टीम जागरण पीलीभीत : जिले के किसानों की आर्थिकी की रीढ़ माने जाने वाली गन्ना की फसल अब किसानों को दर्द दे रही है। जिले में संचालित गन्ना तोल केंद्रों पर व्याप्त अव्यवस्थाओं की भरमार के चलते किसान परेशान हो रहे हैं। अमरिया तहसील क्षेत्र में खोले गए गन्ना केंद्रों पर अव्यवस्थाएं होने से गन्ना किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रों पर गन्ने का उठान समय पर न होना पर्चियों का इंडेट कम होने से गन्ने की तौल प्रभावित हो रही है। ऐसा ही मामला कैंचू टांडा गन्ना बी सेंटर पर सामने आया। सुबह 11 बजे वहां मौजूद किसानों ने बताया पर्चियां तो एसएमएस के जरिए उपलब्ध हो रही हैं, लेकिन इंडेंट कम होने से किसानों को पर्चियां कम प्राप्त हो रही हैं।
इससे गन्ना कटाई पर असर पड़ रहा है जबकि गन्ना की फसल काटकर गेहूं की बुआई करना है पर्चियां न मिलने पर कोल्हुओं पर गन्ना डालने को विवश हैं। गन्ना केंद्र पर फैक्ट्री में गन्ना ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था ठीक नहीं है गन्ना की ढुलाई के लिए तीन गाड़ियां दी गई हैं वह भी समय पर नहीं चल रहीं तीन तीन दिनों से गन्ना लदी हुई केंद्र पर खड़ी हैं।
गन्ना क्रय केंद्र पर गढ्ढों से परेशान हैं किसान
शासन के कड़े निर्देशों के बावजूद ग्रामीण अंचलों में संचालित किसान सहकारी चीनी मिल के गन्ना सेंट्रों पर किसानों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नही हो पा रही हैं। चीनी मिल के वैरा गन्ना केंद्र पर जगह कम होने व मार्ग पर गड्ढे बने होने से किसान काफी परेशान हैं। चीनी मिल अधिकारी उनकी समस्या की ओर से अनजान बने हुए हैं। सीसीओ अवधेश कुमार ने बताया की ठेकेदार को उक्त गन्ना सेंटर के मार्ग पर बने गड्ढे को समतल करने के निर्देश देदिए गए हैं।
केशौपुर सेंटर पर दो दिन में खाली हो रहे गन्ना भरे वाहन
घुंघचाई में गुरुवार की दोपहर 12:20 का समय। पूरनपुर मैगलगंज नेशनल हाईवे पर स्थित सहकारी चीनी मिल पूरनपुर के केशौपुर का गन्ना क्रय केंद्र। कांटे के नीचे एक गन्ना भरी ट्राली खड़ी थी। केंद्र प्रभारी सचिन कुमार पास में बैठे एक व्यक्ति से बात कर रहे थे। कई किसान और परिसर में नौ गन्ना भरे वाहन खड़े थे। किसानों के लिए बैठने और पेयजल की सुविधा नहीं थी। ट्रक की वजाए ट्रैक्टर ट्राला में गन्ना लोड हो रहा था। कई किसान वाहन खाली होने के इंतजार में खड़े थे।

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