Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ट्वीस्ट धागा का निर्माण करेगी रेशम फैक्ट्री

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 08 Jun 2021 10:49 PM (IST)

    कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में शहर में स्थित रुहेलखंड की इकलौती रेशम धागा निर्माण फैक्ट्री बंद हो गई थी। हालांकि इस बीच कर्नाटक से रेशम धागा में ट्विस्ट लाने वाली मशीनें आकर लग चुकी थीं। अब आंशिक कोरोना क‌र्फ्यू खत्म हो चुका है। ऐसे में जल्द ही रेशम फैक्ट्री में धागा उत्पादन का कार्य शुरू करने की तैयारी है।

    Hero Image
    ट्वीस्ट धागा का निर्माण करेगी रेशम फैक्ट्री

    पीलीभीत,जेएनएन : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में शहर में स्थित रुहेलखंड की इकलौती रेशम धागा निर्माण फैक्ट्री बंद हो गई थी। हालांकि इस बीच कर्नाटक से रेशम धागा में ट्विस्ट लाने वाली मशीनें आकर लग चुकी थीं। अब आंशिक कोरोना क‌र्फ्यू खत्म हो चुका है। ऐसे में जल्द ही रेशम फैक्ट्री में धागा उत्पादन का कार्य शुरू करने की तैयारी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रेशम धागा का निर्माण करने वाली इस फैक्ट्री की स्थापना कई दशक पहले हुई थी। तराई का जिला होने के कारण यहां रेशम कीट पालन की ज्यादा संभावनाओं को देखते हुए ही सरकार के रेशम विकास विभाग ने फैक्ट्री की स्थापना कराई थी। इस फैक्ट्री से शाहजहांपुर, हरदोई, बरेली, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद व जेपीनगर जिले जुड़े हुए हैं। वहां के रेशम कीट फार्मों पर तैयार होने वाला काकून यहीं आता है, इसके अलावा जिले में विभाग के अपने कई रेशम फार्म हैं। साथ ही अनेक किसान भी रेशम कीट पालन करते हैं। इन सभी से एकत्र काकून से ही रेशम धागा तैयार किया जाता है। पिछले साल धागा बनाने वाली पुरानी मशीनें नीलाम कराकर नई मशीनें स्थापित कराई गईं। बाद में डीएम के प्रयासों से ट्वीस्ट धागा बनाने के लिए 13 लाख रुपये की और मशीनें मंगाकर स्थापित करा दी गई। इसी दौरान तराई का जिला भी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में आ गया। ऐसे में फैक्ट्री बंद कर दी गई। रेशम विकास विभाग के सहायक निदेशक एनके सिंह के अनुसार अब जल्द ही बंगलुरु से प्रशिक्षक यहां आएंगे। वह इस फैक्ट्री का संचालन करने वाले महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को मशीनों के संचालन की जानकारी देंगे। इसके बाद ट्वीस्ट धागा का निर्माण होने लगेगा। उन्होंने बताया कि साधारण रेशम धागा कहीं मोटा तो कहीं पर पतला रह जाता है। ट्वीस्ट मशीन से बनाने वाले धागा की मोटाई एक समान रहेगी। दाम भी अच्छे मिलेंगे। सहायक निदेशक के अनुसार फैक्ट्री में इस समय लगभग 35 क्विंटल काकून रखा है। लंबे समय तक रखे रहने पर यह बेकार हो सकता है। ऐसे में फैक्ट्री में जल्द ही रेशम धागा का निर्माण शुरू कराएंगे।

    comedy show banner
    comedy show banner