पीलीभीत पुलिस और वन विभाग की छापामारी में मची खलबली, घर छोड़कर भागे आरोपित
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम ने मैनाकोट और करेलिया गांव में छापेमारी की। आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए, घरों से कोई वन्यजीव सामग्री बरामद नहीं हुई। दोनों आरोपियों पर पहले भी वन्यजीव अपराध के मामले दर्ज हैं, और वन विभाग उन पर नजर रख रहा है।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत। वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो की सूचना पर टाइगर रिजर्व और पुलिस की टीम ने दो घरों में छापेमारी की। अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपित मौके से भागने में सफल हो गए। आरोपित पहले से भी वन्यजीव अपराध के मामले से जुड़े हुए हैं। टीम को मौके से कोई भी वन्यजीव सामग्री बरामद नहीं हुई।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रशासन को वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के द्वारा मैनाकोट और करेलिया गांव में वन्यजीवों की सामग्री होने की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद वन विभाग और पुलिस संयुक्त टीम ने मंगलवार की रात्रि जगदीश पुत्र नौखेलाल निवासी करेलिया व कंधई लाल पुत्र गंगा राम निवासी मैनकोट के घर दबिश दी। उक्त दोनों आरोपित अपने घर से अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए।
तलाशी में नहीं मिला कुछ भी सामान
टीम के द्वारा दोनों के घर की तलाशी ली गयी। तलाशी के दौरान दोनों घरों से कोई भी संदिग्ध वन्यजीव सामाग्री बरामद नहीं हुई। दोनों आरोपितों पर पूर्व में भी कई वन्यजीव अपराध के मामले पंजीकृत हैं । वन विभाग द्वारा दोनों आरोपितों पर नजर रखी जा रही है।
टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि सूचना पर टीम ने दोनों घरों में दबिश दी थी। मौके से कुछ बरामद तो नहीं हुआ लेकिन दोनों पहले से ही वन्यजीव अपराध से जुड़े हुए हैं। इसलिए वन विभाग द्वारा उन पर पूरी नजर रखी जा रही है।
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