पीलीभीत में आवारा कुत्तों के आतंक से दहशत में लोग, कोचिंग जा रहे छात्र को हमला कर किया घायल
पीलीभीत में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। कोचिंग जा रहे आवास विकास कॉलोनी के रेहान खान पर एक कुत्ते ने हमला कर दिया जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां एंटी रेबीज का टीका लगाया गया। गैस चौराहा निवासी रेखा रानी भी कुत्ते के हमले में घायल हो गईं। शहर में आवारा कुत्तों के हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं।

जागरण संवाददाता, पीलीभीत। शहर की गलियों में आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ रहा है कि कोचिंग पढ़ने वाले बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं। शुक्रवार शाम शहर की आवास विकास कॉलोनी निवासी रेहान खान कॉलोनी में कोचिंग पढ़ने गए थे।
जहां आवारा कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। जो बुरी तरह से घायल हो गया। स्वजन उसे लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। वहां डाक्टरों ने पट्टी कर दी। हालांकि इस पर इमरजेंसी के डाक्टरों की लापरवाही देखने को मिली क्योंकि कुत्ते के काटने पर पट्टी नहीं की जाती है।
कोचिंग पढ़ने गए बच्चे पर आवारा कुत्ते ने किया हमला
शनिवार को रेहान जिला अस्पताल पहुंचा वहां उसके एंटी रैबीज का टीका लगाया गया। रेहान ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब पांच बजे वह कोचिंग पढ़ने गया था। कोचिंग सेंटर के गेट पर पहुंचते ही पीछे से आवारा कुत्ते ने उसे पर हमला कर दिया। हमले के दौरान वह चीखने चिल्लाने लगा।
रास्ते में आवारा कुत्ते ने उनके पैर को पकड़ा
आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे जिन्होंने उसे बा मुश्किल बचाया। वही गैस चौराहा निवासी रेखा रानी मंदिर पर पूजा करने गई थी। रास्ते में आवारा कुत्ते ने उनके पैर को पकड़ लिया। जिन्होंने जैसे तैसे अपने आप को छुड़ाया। लेकिन उस दौरान उन्हें कुत्ते ने घायल कर दिया था। ऐसे कई मामले अस्पताल पहुंचे जिनपर आवारा कुत्तों ने हमला कर घायल किया था।
आवारा कुत्तों के काटने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं
आवारा कुत्तों का आतंक शहर के हर हिस्सों में फैल चुका है, जहां ये कुत्ते आए दिन लोगों को काटकर घायल कर रहे हैं। यह समस्या दिनों-दिन गंभीर होती जा रही है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। आवारा कुत्तों के काटने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे अस्पतालों में एंटी रैबीज वैक्सीन की मांग बढ़ गई है।
कई लोग इन हमलों के शिकार हो चुके हैं, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग अधिक प्रभावित होते हैं। शुक्रवार को जिला अस्पताल में 90 लोगों को एआरबी का टीका लगाया गया। जिनमें सबसे अधिक बच्चे घायल थे।
काटने से रेबीज जैसी घातक बीमारी हो सकती है
इन आवारा कुत्तों का आतंक लोगों के दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है, खासकर शाम के समय जब ये कुत्ते अधिक सक्रिय होते हैं। जो सड़कों और पार्क में टहलने वालों को काटकर घायल कर रहे हैं। जिनके काटने से रेबीज जैसी घातक बीमारी हो सकती है, जिससे समय पर इलाज न मिलने पर जान का खतरा हो सकता है। सबसे अधिक बच्चे अक्सर इन हमलों के शिकार होते हैं क्योंकि वे कुत्तों के साथ खेलने की कोशिश करते हैं।
जिला अस्पताल में लगे एंटी रैबीज
- 2024 - 27026
- 2025 में अब तक 23178
प्रतिदिन लगने वाले एंटी रैबीज
- कुत्ते के काटने - 81
- बिल्ली के काटने -18
- बंदर के काटने -25
- अन्य पशुओं के काटने -5
- कुल औसत लगभग 129 मामले
- प्रतिदिन सोमवार को लगे 115
- मंगलवार को लगे 98
- बुधवार को लगे 100
- गुरुवार को लगे 104
- शुक्रवार को लगे 90
नसबंदी और टीकाकरण है समाधान
इनका समाधान नसबंदी और टीकाकरण हैं, आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित करने के लिए नसबंदी और टीकाकरण जरूरी है। जिसके साथ लोगों को आवारा कुत्तों से सावधानी बरतने के लिए जागरूक होने की जरुरत हैं। स्थानीय प्रशासन को आवारा कुत्तों के प्रबंधन के लिए ठोस नीतियां बनानी चाहिए। जिससे लोगों को आवारा कुत्ताें से निजात मिल सकें।
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