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    Pilibhit: टीकाकरण के बाद 8 माह के मासूम की हालत बिगड़ी, मौत; आशा कार्यकर्ता पर लापरवाही का आरोप

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Thu, 22 Jun 2023 02:18 PM (IST)

    Pilibhit News उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में आठ माह के एक बच्चे के टीकाकरण के कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ गई। स्वजन ने टीकाकरण करने वाली स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता को इसकी जानकारी दी लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया। देर रात में जब बच्चे की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई तो परिजन उसे अस्पताल ले गए लेकिन तब तक मासूम की मौत हो गई।

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    टीकाकरण के बाद 8 माह के मासूम की हालत बिगड़ी, मौत; आशा कार्यकर्ता पर लगाया लापरवाही का आरोप

    जागरण संवाददाता, पीलीभीत : आठ माह के एक बच्चे के टीकाकरण के कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ गई। स्वजन ने टीकाकरण करने वाली स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता को इसकी जानकारी दी लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया।

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    देर रात में जब बच्चे की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई तो स्वजन उसे लेकर बिलसंडा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। वहां परीक्षण के बाद चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। मृत बच्चे के स्वजन ने पुलिस को तहरीर देकर आशा कार्यकर्ता पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

    शिविर में कराया था बच्चे का टीकाकरण

    बिलसंडा थाना क्षेत्र के गांव खजुरिया नबीराम निवासी अवनीश कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि बुधवार को उनके गांव में शिविर लगा था। शिविर में अन्य बच्चों के साथ ही उनके आठ माह के पुत्र शिवम का भी टीकाकरण किया गया। टीका लगने के कुछ देर बाद ही शिवम की हालत बिगड़ने लगी।

    इस पर उन्होंने आशा कार्यकर्ता मिथिलेश को इसकी जानकारी दी लेकिन उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। देर रात में बच्चे की तबियत जब ज्यादा खराब हो गई तो उसे लेकर कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। वहां चिकित्सक ने परीक्षण के उपरांत बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

    परिजनों ने लगाया लापरवाही बरतने का आरोप

    पीड़ित का आरोप है कि आशा कार्यकर्ता की लापरवाही की वजह से उनके बच्चे की मृत्यु हो गई। उन्होंने प्राथमिकी लिखकर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

    थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र पाल के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. मनीष शर्मा के अनुसार रात करीब ढाई बच्चे स्वजन बच्चे को लेकर अस्पताल आए थे लेकिन तब तक बच्चे की मृत्यु हो चुकी थी।

    अधीक्षक के अनुसार, इस मामले में आशा कार्यकर्ता की लापरवाही स्पष्ट तौर पर सामने आई है। मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।