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पीलीभीत में ज‍िति‍न प्रसाद क‍िससे मान रहे अपना मुकाबला? क‍ितने तैयार हैं सपा और बसपा के प्रत्‍याशी; पढ़ें Exclusive Interview

Pilibhit Lok Sabha Seat चुनाव प्रचार में भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी औ बहुजन समाज पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। चुनावी व्यस्तता के बीच जागरण ने भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद सपा उम्मीदवार भगवतसरन गंगवार और बसपा प्रत्याशी अनीस अहमद खां फूल बाबू से इंटरव्‍यू किया। तीनों प्रत्याशी अपने अपने चुनावी समीकरणों के आधार पर जीत के प्रति आश्वस्त हैं।

By Devendrda Deva Edited By: Vinay Saxena Published: Tue, 16 Apr 2024 10:46 AM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2024 10:46 AM (IST)
तीनों प्रत्याशी अपने अपने चुनावी समीकरणों के आधार पर जीत के प्रति आश्वस्त हैं।

देवेंद्र देवा, पीलीभीत। लोकसभा सीट के चुनाव में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। चुनाव प्रचार में भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी औ बहुजन समाज पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। चुनावी व्यस्तता के बीच जागरण ने भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद, सपा उम्मीदवार भगवतसरन गंगवार और बसपा प्रत्याशी अनीस अहमद खां फूल बाबू से इंटरव्‍यू किया। तीनों प्रत्याशी अपने अपने चुनावी समीकरणों के आधार पर जीत के प्रति आश्वस्त हैं।

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ज‍ित‍िन प्रसाद, भाजपा प्रत्‍याशी  

प्रश्न: आप अपनी जीत को लेकर कितने सुनिश्चित, अपना मुकाबला किस प्रत्याशी से मान रहे हैं और क्यों?

उत्तर : देखिए पूरे देश में मोदी लहर चल रही है। लोकसभा चुनाव में मोदी फैक्टर ही सबसे भारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दस वर्षीय कार्यकाल के दौरान सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के तहत सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजनाएं संचालित कर लाभान्वित किया गया है। जिस कारण मतदाताओं ने मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का मन बना लिया है। रही बात मुकाबले की, पीलीभीत लोकसभा सीट पर किसी से हमारा मुकाबला नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पीलीभीत आगमन अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रश्न: आपको मतदाता क्यों सांसद बनाए, आपकी नजर में आपकी खूबियां?

उत्तर : भारतीय जनता पार्टी जो कहती है, उसे पूरा करती है। केंद्र में दस वर्ष और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के सात वर्ष के कार्यकाल के दौरान बगैर किसी भेदभाव के सभी वर्गों के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ दिया गया है। मैं तो प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के दूत के रूप में चुनाव लड़ रहा हूं। लोक निर्माण विभाग मंत्री के रूप में पीलीभीत में तमाम सड़कों और पुलों के निर्माण कराने को स्वीकृति प्राथमिकता के आधार पर दी है।

प्रश्न: आपके लिए क्षेत्र की पांच प्राथमिकताएं, इनके निस्तारण का रोडमैप क्या है?

उत्तर : पीलीभीत संसदीय क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराना, किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना, पर्यटन विकास के लिए नए प्रोजेक्ट, मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम के लिए तारफेंसिंग कराना तथा औद्योगिक विकास के लिए फैक्टि्रयों की स्थापना कराना हमारी खास प्राथमिकताएं हैं। इन प्राथमिकताओं को धरातल पर उतारने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग पूर्ण कराने के लिए रोडमैप तैयार किया जा चुका है।

प्रश्न: जनहित के दो ऐसे काम, जिन्हें पहले ही हो जाना चाहिए था। किसे जिम्मेदार मानते हैं?

उत्तर: पीलीभीत जनपद में शारदा नदी के घनाराघाट पर पुल का निर्माण की स्वीकृति भाजपा सरकार ने दी है, पूर्व की विपक्षी दलों की सरकारों ने इस समस्या को सदैव अनदेखा किया था। इसी तरह मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिए भाजपा सरकार ने ही तारफेंसिंग कराने का कार्य शुरू किया। जबकि पूर्व की सरकारों ने इस समस्या को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया।

प्रश्न: प्रदेश और केंद्र सरकार की उपलब्धि/विफलता का कितना असर चुनाव पर, वह कौन सी हैं?

उत्तर : देखिए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने देश ही नहीं विश्व भर में भारत को एक नई पहचान दिलाने का कार्य किया है। विश्व के तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष पीएम मोदी का स्वागत करके गर्व महसूस करते हैं। केंद्र सरकार ने तमाम उपलब्धियां अर्जित की हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने गुड़ा माफिया के आतंक से मुक्ति दिलाने का कार्य किया है। भाजपा सरकारों की उपलब्धियां चुनाव पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रही हैं। विफलता तो विपक्षी दलों की है।

सपा उम्मीदवार भगवतसरन गंगवार 

प्रश्न: आप अपनी जीत को लेकर कितने सुनिश्चित, अपना मुकाबला किस प्रत्याशी से मान रहे हैं और क्यों?

उत्तर : पीलीभीत लोकसभा सीट पर सत्ता और जनता के बीच लड़ाई है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण जनता त्रस्त है। अब जनता ने भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर करने का पक्का मन बना लिया है। वैसे भी भाजपा में गांव गरीब और किसान के प्रति कोई हमदर्दी नहीं है। भाजपा ने इस सीट पर महल में रहने वाले जितिन प्रसाद को टिकट दिया है। भाजपा प्रत्याशी की गांवों के प्रति कोई सकारात्मक सोच नहीं है, जबकि हम तो गांव के रहने वाले हैं। क्षेत्र भ्रमण के दौरान मिल रहे रेस्पांस को देखकर इस बार समाजवादी पार्टी की जीत सुनिश्चित है।

प्रश्न: आपको मतदाता क्यों सांसद बनाए, आपकी नजर में आपकी खूबियां?

उत्तर: देखिए, हम तो अपनी चुनावी सभाओं में यही बात परमुखता से लोगों के बीच कहते हैं कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी यह नहीं पता कि हमें मतदान किस आधार पर करना चाहिए। हमें ऐसे जनप्रतिनिधि चुनना चाहिए, जो लोगों का दर्द समझने की सोच रखता हो। जनप्रतिनिधि दर्द समझेगा तो उसमें दया का भाव उत्पन्न होगा। हमारा राजनीतिक जीवन एकदम साफ है। विधायक और मंत्री रहने के बाद भी हमारा व्यवहार और सोच में कोई बदलाव नहीं आया।

प्रश्न: आपके लिए क्षेत्र की पांच प्राथमिकताएं, इनके निस्तारण का रोडमैप क्या है?

उत्तर: पीलीभीत में सबसे बड़ी समस्या मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं की है। यहां स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं नहीं हैं। इसी तरह उच्च शिक्षा का हाल है। यहां विश्व विद्यालय की जरूरत है। शारदा नदी पर तटबंध बनाया जाना चाहिए। गन्ना किसानों की भी हालत अच्छी नहीं है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इन सभी समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारण कराने के लिए रोडमैप तैयार किया गया है।

प्रश्न: जनहित के दो ऐसे काम, जिन्हें पहले ही हो जाना चाहिए था। किसे जिम्मेदार मानते हैं?

उत्तर : पीलीभीत जनपद में बाघ और भालू के हमले में तमाम लोग जान गंवा चुके हैं, तमाम लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने अभी तक इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कार्य नहीं किया है। इसी तरह शारदा नदी की बाढ़ से पूरनपुर क्षेत्र का एक बड़ा आबादी हिस्सा का तीन चार महीने के लिए संपर्क कट जाता है। इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है।

प्रश्न: प्रदेश और केंद्र सरकार की उपलब्धि/विफलता का कितना असर चुनाव पर, वह कौन सी हैं?

उत्तर: केंद्र में भारतीय जनता पार्टी दस वर्ष से सत्ता में है। प्रधानमंत्री नरेंन्दर मोदी से लेकर भाजपा के सभी नेता जनता से झूठे वादे और जुमलेबाजी करते हैं। भाजपा के नेता लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए खुद की उपलब्धियां बताकर गुमराह करने का कार्य करते हैं। जबकि देश में महंगाई, बेरोजगारी, किसानों को समर्थन मूल्य योजना का लाभ दिलाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से भाजपा सरकार लोगों का ध्यान भटकाने का कार्य करती है। ये मुद्दे भाजपा सरकार की विफलता की मिसाल है। इसका चुनाव में साफ तौर पर असर पड़ेगा।

बसपा प्रत्याशी अनीस अहमद खां फूल बाबू

प्रश्न: आप अपनी जीत को लेकर कितने सुनिश्चित, अपना मुकाबला किस प्रत्याशी से मान रहे हैं और क्यों?

उत्तर: भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ने बाहरी प्रत्याशियों को चुनावी समर में उतारा है, जबकि बसपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें टिकट देकर स्थानीय प्रत्याशी बनाया है। भाजपा सरकार की नाकामियों से जनता बहुत ज्यादा परेशान है। इसी तरह समाजवादी पार्टी के कार्यकाल के दौरान हुई जुल्म ज्यादती को लेकर लोगों मेें नारजगी है। ऐसे में इस बार के चुनावी समीकरणों के आधार पर बसपा की जीत सुनिश्चित दिखाई दे रही है। बसपा का इस सीट पर किसी से मुकाबला नहीं है। भाजपा और सपा दूसरे और तीसरे स्थान के लिए लड़ रही है।

प्रश्न: आपको मतदाता क्यों सांसद बनाएं, आपकी नजर में आपकी खूबियां?

उत्तर: आपको पहले ही बताया है कि इस चुनाव में केवल बसपा उम्मीदवार ही स्थानीय हैं। हम तीन बार विधायक और मंत्री रहे, जिले के लोगों ने हमारा व्यवहार और कार्य देखा है। बहुजन समाज पार्टी सदैव सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के आधार पर कार्य करती है। उत्तर प्रदेश में बसपा सरकारों के कार्यकाल में सभी वर्गों की भलाई के लिए कार्य किया गया है। बसपा कार्यकाल में बेहतर कानून व्यवस्था और विकास कार्य किए गए। इन खूबियों के चलते ही बसपा सबसे मजबूत है।

प्रश्न: आपके लिए क्षेत्र की पांच प्राथमिकताएं, इनके निस्तारण का रोडमैप क्या है?

उत्तर: मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं की रोकथाम, जनपद के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना, औद्योगिक विकास संबंधी प्रोजेक्ट की स्थापना,पर्यटन विकास के लिए प्रोजेक्ट, किसानों से संबंधित सुविधाओं को बेहतर बनाना तथा उच्च शिक्षा की बेहतर व्यवस्था करना हमारी खास प्राथमिकताएं हैं। सांसद बनने के बाद इन सभी प्राथमिकताओं को धरातल पर उतारने के लिए रोडमैप तैयार किया जा चुका है।

प्रश्न: जनहित के दो ऐसे काम, जिन्हें पहले ही हो जाना चाहिए था। किसे जिम्मेदार मानते हैं?

उत्तर: जनपद में आएदिन वन्यजीवों के हमलों में लोग असमय कालकलिवत हो जाते हैं। इसके साथ ही तमाम लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने इन घटनाओं को रोकथाम के लिए कोई कार्य नहीं किया है। इसी तरह शारदा नदी पर पक्का पुल नहीं होने से डेढ़ लाख आबादी को एक सौ तीस किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। भाजपा सरकार ने चुनाव के ऐन मौके पर पुल की स्वीकृति का झुनझुना थमाने का कार्य किया है।

प्रश्न: प्रदेश और केंद्र सरकार की उपलब्धि/विफलता का कितना असर चुनाव पर, वह कौन सी हैं?

उत्तर: भारतीय जनता पार्टी के नेता झूठे वादे और जुमलेबाजी करके जनता को गुमरह करने का काम कर रहे हैं । मुफ्त में राशन देने को भाजपा सरकार बड़ी उपलब्धि बताती है, जबकि राशन का वितरण तो लोगों के टैक्स की धनराशि से ही हो रहा है। इसमें भाजपा का कोई योगदान नहीं है। महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं सहित अन्य मुद्दे भाजपा सरकार की विफलता की निशानी हैं। जाहिर है कि इसका असर लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा।

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