'कुछ वर्षों से हिंदुत्व की आड़ में किया जा रहा मुस्लिमों का उत्पीड़न', सपा-भाजपा पर मायावती ने किए तीखे प्रहार
मुस्लिम अनुसूचित समाज को केंद्र में रखकर लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए आईं बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा व कांग्रेस पर प्रहार किए। कुछ वर्षों से हिंदुत्व की आड़ में मुस्लिमों का उत्पीड़न किया जा रहा यह कहकर उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाए। सोमवार को उन्होंने मुरादाबाद और पीलीभीत के बीसलपुर में जनसभा कीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों को राशन बांटने का दावा करती है।
जागरण टीम, बीसलपुर (पीलीभीत)/ मुरादाबाद। (Lok Sabha Election 2024) मुस्लिम, अनुसूचित समाज को केंद्र में रखकर लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए आईं बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा व कांग्रेस पर प्रहार किए। कुछ वर्षों से हिंदुत्व की आड़ में मुस्लिमों का उत्पीड़न किया जा रहा, यह कहकर उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाए।
कांग्रेस के लिए कहा कि पूंजीपतियों का साथ देती थी, यही कार्य अब भाजपा भी कर रही। उन्होंने जनसभा में उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि इन लोगों को रोकना है। बसपा पर भरोसा जताने की अपील कर बोलीं, हम सत्ता में आए तो गरीबों, दलितों, मुस्लिमों और सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय के लिए कार्य करेंगे।
सोमवार को उन्होंने मुरादाबाद और पीलीभीत के बीसलपुर में जनसभा कीं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों को राशन बांटने का दावा करती है। यह कहकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। भाजपा अपने पास से कुछ नहीं दे रही, सब जनता के टैक्स से मिले रुपयों से हो रहा है। सिर्फ राशन से जनता का भला नहीं होगा। बेरोजगारी दूर होनी चाहिए।
भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों ने आंदोलन किया था। भाजपा की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। उन्होंने कहा कि सर्वजन के लिए हमारी पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है। हमने जिसकी आबादी अधिक, उसी समाज के व्यक्ति को टिकट दिया है।
मुरादाबाद के संदर्भ में कहा कि यहां से सपा ने मुस्लिम का टिकट काटकर हिंदू को दिया। बसपा कोई भेदभाव नहीं करती है। हमें भरोसा है कि परिणाम बेहतर आएगा। केंद्र और राज्यों में कांग्रेस, भाजपा व अन्य दलों ने सरकारें बनाईं थीं। उनकी गलत नीतियों के कारण जनता परेशान है।
उत्तर प्रदेश में बसपा शासनकाल की याद दिलाकर कहा कि हमने सभी वर्गों के लिए काम किया था। वर्तमान सरकार ने गरीब, अल्पसंख्यक व अनुसूचित जाति के लोगों का उत्थान नहीं किया। सरकारी नौकरियों में आरक्षण का कोटा नहीं भरा गया है।
सरकारी सेक्टर प्राइवेट को सौंपे जा रहे हैं। महंगाई बढ़ रही, सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं। प्रलोभन भरे घोषणा पत्र जारी किए जा रहे हैं, मगर अमल नहीं किया जाता। बसपा घोषणा पत्र जारी नहीं करती क्योंकि कहने से ज्यादा करने में विश्वास है। अन्य पार्टियां लोगों के साथ छल करती हैं।
लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस को गलत नीतियों के कारण सत्ता से बाहर होना पड़ा था। इसके बाद भाजपा व सहयोगी दल सत्ता में आए तो पूंजीवादी, जातिवादी और सांप्रदायिक सोच को बढ़ावा दिया जाने लगा।
उन्होंने कांग्रेस के घोषणा पत्र में उल्लेखित ‘सत्ता में आने पर महिलाओं को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे’ पर सवाल उठाया। कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां किसी महिला को ऐसा लाभ नहीं दिया गया है।
भाजपा के लिए कहा कि पूंजीपतियों को मालामाल किया जा रहा, इसके बदले मिले धन से पार्टी चलाई जा रही। कांग्रेस की तरह भाजपा भी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
बसपा सरकार में कभी नहीं हुआ सांप्रदायिक दंगा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश में अगर बसपा की सरकार बनती है तो सबसे पहले बेरोजगारी दूर कर सर्वसमाज के लिए काम करेंगे। बोलीं कि उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार चार बार रही। बसपा की सरकार में कभी भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है। इस दौरान बेहतर कानून व्यवस्था के साथ विकास भी हुआ।
बसपा का किसी पार्टी से गठबंधन नहीं है। हम अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के एजेंडे में दलित, आदिवासी, मुस्लिम, वंचित और पिछड़े वर्ग के लोग शामिल नहीं है।
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कहा कि भारतीय जनता पार्टी एंड कंपनी के लोगों की भी जातिवादी, पूंजीवादी, संकीर्ण, सांप्रदायिक एवं दोषपूर्ण नीतियों और कार्यप्रणाली के कारण इस बार यह पार्टी भी केंद्र की सत्ता में आसानी से आने वाली नहीं है। बशर्ते निष्पक्ष चुनाव होने चाहिए। आम चर्चा के मुताबिक वोटिंग मशीन में कोई गड़बड़ी नहीं की जाती है।