वॉचर का सिर फटा और दारोगा बेहोश... पीलीभीत में शिकारी पकड़ने गई वन विभाग की टीम पर हमला
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में शिकारियों की तलाश कर रही वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। हमले में वन दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। एक वाचर का सिर फट गया। देर रात गभिया सहराई गांव के पास हुई इस घटना में 30-35 लोगों ने लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से वनकर्मियों पर हमला किया।

जागरण संवाददाता, पीलीभीत। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के बराही जंगल में फंदे में तेंदुआ फंसने और उसकी मौत हो जाने के बाद से ही वन विभाग की टीम शिकारियों की तलाश में जुटी हुई थी। देर रात्रि टीम सूचना पर पहुंची तो एक संदिग्ध व्यक्ति के हाथ में थैला देखकर उसे रोकने का प्रयास किया। लेकिन उसने शोर मचाकर अन्य लोगों को बुला लिया।
सभी ने वन दरोगा समेत पांच वनकर्मियों को घेर कर हमला कर दिया। हमलें में वन दारोगा और सभी कर्मचारियों को गंभीर चोटें आई हैं। वन दारोगा को बेहोशी की हालत में रात्रि में ही स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। सभी का इलाज कराया गया।
रात्रि में ही ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को घेर कर कर दिया हमला
माधोटांडा सीमावर्ती क्षेत्र में नगरिया कट के पास एक तेंदुआ फंदे में फंसा हुआ था। शनिवार को उस तेंदुआ की मौत भी हो गई। वन्यजीव के शिकार के लिए शिकारियों ने यह फंदा लगाया था। तब से वन विभाग के द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में शिकारियों पर नजर रखी जा रही थी। शनिवार की रात्रि लगभग 10 बजे नौजल्हा वन चौकी प्रभारी शिवम कुमार को सूचना मिली कि गभिया सहराई गांव के पास एक व्यक्ति वन्य जीव के शिकार के साथ आ रहा है।
टीम के साथ मौके पर पहुंचे वन दारोगा
तभी वन दारोगा अपनी टीम के चार अन्य कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि गभिया घाट के पास एक व्यक्ति हाथ में थैला लिए जा रहा है। टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया तभी वह भागकर गांव की तरह आ गया और अपने साथियों को बुलाने के लिए शोर मचाने लगा। इसी दौरान लगभग 30 से 35 लोगों ने वन विभाग की टीम को घेर लिया। लोहे की राड, लाठी और डंडों से उन पर हमला कर दिया। सभी ने वन विभाग की टीम को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया।
हमले से वन दारोगा हुए बेहोश
लगातार हमले से वन दरोगा शिवम कुमार तो बेहोश हो गए। लोहे की राड से वॉचर रवि का सिर फट गया। इससे वह भी गंभीर रूप से घायल हो गए। वॉचर सुरेंद्र सिंह के भी गंभीर चोटें आई। हमले के बाद सभी हमलावर मौके से भाग गए। रात्रि में ही घायलों को माधोटांडा स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।
रेंजर अरुण मोहन श्रीवास्तव ने सभी का मेडिकल कराया। अब वन विभाग द्वारा हमला करने वाले लोगों को चिन्ह्रित कर उन पर कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।
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