Pilibhit Flood: शारदा और देवहा नदी में जलस्तर बढ़ने से कई गांव डूबे, पानी में बहे मुर्गे और बतखें
पीलीभीत में शारदा और देवहा नदियों में बाढ़ से कई गांव प्रभावित हैं। ड्यूनी डैम से पानी छोड़े जाने के कारण देवहा नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर में बाढ़ जैसे हालात हैं। बेनी चौधरी जैसे इलाकों में घरों में पानी घुस गया है लोग छतों पर रहने को मजबूर हैं। प्रशासन द्वारा राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है पर लोगों में असंतोष है।

जागरण संवाददाता, पीलीभीतफ तराई के जनपद में शारदा और देवहा नदियों की बाढ़ की चपेट में तमाम गांव आ गए हैं। बुधवार को मौसम का मिजाज बदल गया है। सुबह से ही तेज धूप खिली हुई है।
ड्यूनी डैम से लगातार छोड़े जा रहे पानी से देवहा नदी में बढ़ रहे जलस्तर से शहर में बाढ़ के हालात बने हुए हैं।
शारदा और देवहा नदियों की बाढ़ की चपेट में तमाम गांव
शहर के मुहल्ला बेनी चौधरी, खकरा और पड़ोस के गांव चंदौई के घरों में पानी घुस गया है। ऐसे में वहां के लोगों ने अपना आशियाना छतों पर बना लिया है। बेनी चौधरी मुहल्ले के लोगों ने बताया कि लगातार पानी बढ़ रहा है।
राहुलनगर आबादी में घुसा शारदा का पानी।
प्रशासन दे रहा पूड़ी और सब्जी
प्रशासन के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति के लिए कर पूड़ी और आलू की सब्जी दी जा रही है। उनका आरोप है कि जो बाढ़ प्रभावित हैं उनके लिए भोजन भी नहीं मिल पा रहा है। जो बाढ़ से पीड़ित नहीं है उन्हें ही भोजन मिल रहा है। वहीं लोगों ने बताया कि लगातार बढ़ रहे पानी से मुहल्ले के कई लोगों की मुर्गी और बत्तख भी पानी में बह गई है।
सदर एसडीएम श्रद्धा सिंह ने बताया कि पानी की स्थिति शाम तक पता चल पाएगी। हालांकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। लोगों को जरूरत थी सामान भी पहुंचा जा रहा है।
देवहा का लगातार बढ़ रहा पानी, मुर्गी और बत्तख बही
पूरनपुर। बनबसा बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी से हजारा और शास्त्रीनगर के अलावा राहुलनगर, खिरकिया बरगदिया गांव भी प्रभावित हैं। शास्त्रीनगर व हजारा में मंगलवार की रात दो लाख क्यूसेक के करीब पानी डिस्चार्ज किए जाने से फिर आबादी में पानी में बढ़ गया।
नाव के जरिए लोगों तक पहुंचा रहे सामान
ग्रामीण पांच दिनों से टापू बन चुके गांवों में फंसे हुए हैं। नाव के जरिए अधिकारी और जरूरत का सामान गांवों में पहुंच रहा है। राहुलनगर में शारदा का पानी घुस गया है। पानी आने से ग्रामीणों को मुश्किल हो रही है।
गांवों के रास्ते में भरा है पानी
उपजिलाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों गांवों के रास्ते में पानी भरा है। आबादी से पानी निकल गया है। नायब तहसीलदार अभिषेक त्रिपाठी वही स्टे कर रहे हैं। कम्युनिटी किचन से भोजन का वितरण कराया जा रहा है। टीम लगातार पहली नजर बनाए हुए हैं। शारदा में पानी कम होने के बाद राजस्व टीम लगाकर नुकसान का आकंलन कराया जाएगा।
कुछ घरों में अभी भी भरा है बाढ़ का पानी
माधोटांडा। सीमावर्ती क्षेत्र में नेपाल से आने वाली जगबूड़ा नदी ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी थी। जिससे बूदीभूड, सुंदर नगर, बंदरभोज और महाराजपुर में बाढ़ आ गई। 2 दिन तक गांव में बाढ़ का पानी भरा रहा।
बुधवार को नदी का जलस्तर कम हुआ तो गांव के भीतर से भी पानी निकल गया। लेकिन अभी कुछ घरों में पानी भरा हुआ है। अब बाढ़ के बाद में उसके निशान भी देखने को मिल रहे हैं। नगरिया खुर्द कला में भी स्थिति अब सामान्य हो गई है।
शारदा नदी का जलस्तर घट रहा है
शारदा नदी का जलस्तर भी बुधवार की सुबह घट गया। बनबसा बैराज से 1.70 लाख क्यूसेक पानी छोड़ गया। उधर शारदा सागर डैम पर बांध धंसने के बाद उस पर कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया। सीमावर्ती ग्रामीणों को बाढ़ से अब राहत मिल गई।
एसडीएम महिपाल सिंह ने बताया कि स्थिति यहां अब सामान्य है। बाढ़ पीड़ितों के लिए आज भी राहत सामग्री वितरित की जाएगी।
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