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    यूपी के इस ज‍िले में 1800 से ज्‍यादा बाइकों का पांचवीं बार कटा चालान, अब लाइसेंस होंगे निरस्त

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 04:51 PM (IST)

    पीलीभीत की सड़कों पर यातायात नियमों को ठेंगे पर रखने वाले बाइक सवारों के विरुद्ध प्रशासन ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। पुलिस और प ...और पढ़ें

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    पीलीभीत शहर में टनकपुर हाईवे पर गुजरती बाइक। - जागरण


    जागरण संवाददाता, पीलीभीत। जिले की सड़कों पर यातायात नियमों को ठेंगे पर रखने वाले बाइक सवारों के विरुद्ध प्रशासन ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली है। पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा जुटाए गए आंकड़ों में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिले में 1865 बाइक सवार ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जो बार-बार चालान कटने के बावजूद सुधरने को तैयार नहीं हैं। इन सभी का अब तक पांच-पांच बार चालान काटा जा चुका है। बार-बार के उल्लंघन को देखते हुए अब इन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस को स्थायी रूप से निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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    एआरटीओ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि इन बाइक सवारों को बार-बार जुर्माने के माध्यम से चेतावनी दी गई थी, लेकिन इनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। अधिकांश चालान बिना हेलमेट, तीन सवारी ट्रिपल राइडिंग, तेज रफ्तार और गलत दिशा में वाहन चलाने जैसे गंभीर उल्लंघनों के लिए किए गए हैं।

    परिवहन विभाग का मानना है कि ऐसे चालक न केवल अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य निर्दोष लोगों के लिए भी बड़ा खतरा बन गए हैं। एआरटीओ और यातायात पुलिस की संयुक्त समीक्षा में पाया गया कि जिले के विभिन्न थानों और चौराहों पर लगे कैमरों व मैन्युअल चेकिंग के दौरान इन 1,865 वाहनों के नंबर बार-बार फ्लैश हुए हैं। नियम के अनुसार, यदि कोई चालक बार-बार यातायात नियमों का उल्लंघन करता है, तो प्रशासन के पास उसका लाइसेंस रद्द करने का अधिकार होता है। विभाग ने इन सभी का डेटा सारथी पोर्टल पर अपडेट कर दिया है, इससे अब ये भविष्य में नया लाइसेंस भी आसानी से नहीं बनवा सकेंगे।

    अभियान चलाकर की जाएगी कार्रवाई

    एसपी अभिषेक यादव के निर्देशन में जिले भर में सड़क सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों का स्पष्ट संदेश है कि सड़कों पर स्टंट करने वाले और नियमों को हल्के में लेने वालों के लिए अब जेल और लाइसेंस रद्दीकरण ही एकमात्र विकल्प बचा है। इस कार्रवाई के बाद से नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों में खलबली मच गई है।

     

    सड़क हादसों को रोकने के लिए केवल जुर्माना काफी नहीं है। जब तक नियमों का उल्लंघन करने वालों के मन में लाइसेंस खोने का डर नहीं होगा, तब तक सड़कों पर अनुशासन लाना कठिन है। लाइसेंस निरस्त करने की फाइल संबंधित कार्यालयों को भेज दी गई है और जल्द ही इन सभी के घर पर नोटिस तामील करा दिए जाएंगे।- वीरेंद्र सिंह, एआरटीओ पीलीभीत