Pilibhit News: गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार, वरुण गांधी बोले- गीताप्रेस एक प्रकाशक नहीं, संपूर्ण आंदोलन
Pilibhit News गीताप्रेस धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन कर जहां धर्म व अध्यात्म के संबंध में जानकारी देता है वहीं उसका हिंदी के विकास में भी अमूल्य योगदान है। जैसे वह हनुमान चालीसा या श्रीरामचरितमानस भले ही तमिल में छापेगा लेकिन उच्चारण तो हिंदी ही होता है।

पीलीभीत, जागरण संवाददाता। गीताप्रेस को वर्ष 2021 के लिए गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने की घोषणा पर कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश सहित कुछ अन्य विपक्षी नेताओं की आलोचना की तो इस बीच भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट किया है। सांसद ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा कि एक दूसरे की आस्था का परस्पर सम्मान ही एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र की पहचान है।
'अकारण आलोचना नकारात्मकता का आधार बनती है'
सांसद वरुण गांधी ने गीताप्रेस को वर्ष 2021 के लिए गांधी शांति पुरस्कार प्रदान करने को चयनित किए जाने का समर्थन किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि गीताप्रेस सिर्फ एक प्रकाशक नहीं, एक संपूर्ण आंदोलन है। जिसने गरीब से गरीब परिवार को उनके धर्म से उच्च स्तरीय भाषा में लिखी त्रुटिहीन पुस्तकों के माध्यम से जोड़ा। सांसद ने ट्विटर पर लिखा कि अकारण आलोचना नकारात्मकता का आधार बनती है।
एक दूसरे की आस्था का परस्पर सम्मान ही एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की पहचान है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 20, 2023
गीताप्रेस सिर्फ एक प्रकाशक नहीं, एक संपूर्ण आंदोलन है। जिसने गरीब से गरीब परिवार को उनके धर्म से उच्चस्तरीय भाषा में लिखी त्रुटिहीन पुस्तकों के माध्यम से जोड़ा।
अकारण आलोचना नकारात्मकता का आधार बनती है।

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