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Modi Cabinet 2024 : जितिन प्रसाद बने मोदी कैबिनेट में मंत्री, अब पीलीभीत के लोगों की यह समस्या जल्द हो जाएगी हल

Pilibhit Lok Sabha Seat 2024 पीलीभीत संसदीय सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके पुत्र सांसद वरुण गांधी लगभग साढ़े तीन दशक तक वर्चस्व रहा। जिस कारण इस सीट को गांधी परिवार की परंपरागत सीट माना जाता रहा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा टिकट पर वरुण गांधी सांसद निर्वाचित हुए थे। जितिन के मंत्री बनने से भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है।

By Devendrda Deva Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sun, 09 Jun 2024 08:50 PM (IST)
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Modi Cabinet 2024 : जितिन प्रसाद के मंत्री बनने से तराई के विकास की उम्मीद बंधी
देवेंद्र देवा, पीलीभीत: पीलीभीत लोकसभा सीट के नवनिर्वाचित सांसद जितिन प्रसाद को नरेन्द्र मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। रविवार की शाम दिल्ली में आयोजित समारोह में जितिन प्रसाद ने शपथ ग्रहण की। जितिन प्रसाद पहले भी यूपीए सरकार के समय केंद्रीय राज्यमंत्री रह चुके हैं। जितिन प्रसाद के मंत्री बनने के बाद तराई के जिले में विकास की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। वहीं जितिन प्रसाद के मंत्री बनने से उनके समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है।

वरुण गांधी का टिकट काट भाजपा ने पीलीभीत से बनाया था प्रत्याशी

पीलीभीत संसदीय सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके पुत्र सांसद वरुण गांधी लगभग साढ़े तीन दशक तक वर्चस्व रहा। जिस कारण इस सीट को गांधी परिवार की परंपरागत सीट माना जाता रहा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा टिकट पर वरुण गांधी सांसद निर्वाचित हुए थे। लेकिन इस बार के चुनाव में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर यूपी के लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को प्रत्याशी बनाया।

जितिन प्रसाद ने इस चुनाव में एक लाख 64 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। जितिन प्रसाद को मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाने के कयास पहले से ही लग रहे थे। रविवार को पूर्वान्ह प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जितिन प्रसाद को फोन के जरिये सूचित किया। जिसके बाद जितिन प्रसाद प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचे। जितिन प्रसाद को प्रधानमंत्री आवास पर बुलाए जाने की सूचना मिलते ही उनके समर्थकों और तराई के भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है।

पीलीभीत संसदीय क्षेत्र के साथ साथ जितिन प्रसाद के पैतृक जनपद शाहजहांपुर तथा लखीमपुर खीरी के धौरहरा क्षेत्र में भी समर्थक खुशी व्यक्त कर रहे हैं। इधर, जितिन प्रसाद के मंत्री बनने से तराई के जिले में विकास की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।

पहले भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं जितिन

शाहजहांपुर निवासी जितिन प्रसाद को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता कुंवर जितेंद्र प्रसाद बाबा साहब कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे थे। जितिन प्रसाद का राजनीतिक कैरियर की शुरुआत कांग्रेस से हुई थी।

वह वर्ष 2004 में शाहजहांपुर संसदीय सीट से पहली बार सांसद चुने गए थे। जिसके बाद शाहजहांपुर लोकसभा सीट आरक्षित होने के कारण वर्ष 2009 में लखीमपुर खीरी जिले की धौरहरा संसदीय सीट से दोबारा सांसद निर्वाचित हुए थे। जितिन प्रसाद यूपीए सरकार के समय इस्पात और पेट्रोलियम मंत्रालयों में राज्यमंत्री रहे थे।

वर्ष 2021 में जितिन प्रसाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें विधान परिषद सदस्य पद पर मनोनीत किया। जितिन प्रसाद को योगी सरकार में पहले प्रावधिक शिक्षा कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। बाद में जितिन प्रसाद को लोक निर्माण विभाग जैसा महत्वपूर्ण विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया गया।

मेनका गांधी के बाद जितिन प्रसाद

पीलीभीत संसदीय सीट से सांसद बनने पर वर्ष 2014 में मेनका गांधी को मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था। मेनका गांधी इससे पहले विश्वनाथ प्रताप सिंह कैबिनेट तथा अटल बिहारी वाजपेई कैबिनेट में भी केंद्रीय मंत्री रही थीं। मेनका गांधी के बाद जितिन प्रसाद दूसरे नेता हैं, जिन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया है।

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