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    क्या आप भी ऑनलाइन बच्चा गोद लेने या शादी की तलाश में हैं? पुलिस की इस कार्रवाई को जरूर पढ़ें

    Updated: Mon, 22 Dec 2025 10:04 PM (IST)

    पीलीभीत पुलिस ने ऑनलाइन बच्चा गोद लेने और शादी के नाम पर हो रहे धोखाधड़ी के मामलों पर कार्रवाई की है। पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने और ऐसे घोटालों से ब ...और पढ़ें

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    पुल‍िस की ग‍िरफ्त में ठगी के आरोप‍ित

    संवाद सूत्र, जागरण, माधोटांडा। अपराध की दुनिया में संवेदनाएं किस कदर खत्म हो चुकी हैं, इसका उदाहरण माधौटांडा में देखने को मिला। जिन अनाथ आश्रमों में बेसहारा बेटियां अपनों की तलाश और बेहतर भविष्य की उम्मीद में रहती हैं, उन्हीं के नाम को साइबर अपराधियों ने ठगी का हथियार बना लिया।

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    माधौटांडा पुलिस और साइबर सेल ने अनाथ आश्रम की लड़कियों से शादी और बच्चा गोद दिलाने के नाम पर देशभर में जाल फैलाने वाले एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है। संवेदनाओं का सौदा और डिजिटल जाल गिरोह ने गूगल, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अनाथ आश्रमों के नाम से फर्जी वेबसाइट और विज्ञापन पोस्ट कर रखे थे।

    मैनाकोट चौकी प्रभारी प्रद्युम्न कुमार ने जब खुशी कामन सर्विस सेंटर पर छापेमारी की, तो ठगी का यह हाईटेक अड्डा देखकर हर कोई दंग रह गया। फैजान मोहम्मद निवासी करेलिया थाना माधोटांडा और साजन शाह निवासी पिपरिया मुजफ्ता ने पूछताछ में कुबूल किया कि वे उन लोगों को अपना शिकार बनाते थे जो परिवार बसाने या बच्चा गोद लेने की इच्छा रखते थे।

    गिरोह ने ठगी का बाकायदा एक रेट लिस्ट बना रखा था। पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 1150 रुपये लिए जाते थे। विश्वास जीतने के लिए गिरोह फर्जी संस्थाओं के लेटरहेड पर जाली कोर्ट मैरिज सर्टिफिकेट तक थमा देता था, इसके बदले 10 हजार से 70 हजार रुपये तक की वसूली क्यूआर कोड के जरिए की जाती थी।

    साइबर सेल की जांच में प्रतिबिंब पोर्टल पर इस गिरोह के काले कारनामों की लंबी सूची मिली है। इसमें संभल के पीड़ित गौरव से 62,500 रुपये की बड़ी रकम ठगी गई। लुधियाना पंजाब मंजीत पाल को शादी का झांसा देकर 17,700 रुपये लूटे गए। खरगोन मप्र. यहां भी गिरोह के खिलाफ गंभीर शिकायतें दर्ज मिली हैं।

    जाली दस्तावेज और फरार साथियों की तलाश

    पुलिस ने मौके से तीन मोबाइल, दो लैपटाप और एक प्रिंटर जब्त किया है, जिनसे जाली प्रमाणपत्र तैयार किए जाते थे। फिलहाल गिरोह के दो अन्य सदस्य, आलम शाह निवासी गांव पिपरिया मुजफ्ता थाना सेहरामऊ उत्तरी और रहमान निवासी करेलिया थाना माधोटांडा फरार हैं।

    थाना प्रभारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि आनलाइन विज्ञापनों और अनाथ आश्रमों के नाम पर आने वाली किसी भी संदिग्ध काल या वेबसाइट पर बिना जांच किए भरोसा न करें।

     

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