Updated: Sun, 28 Sep 2025 09:36 AM (IST)
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में शिकारियों द्वारा लगाए गए जाल में फंसे एक तेंदुए की इलाज के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वन विभाग की टीम ने तेंदुए को बचाया था लेकिन उसकी हालत गंभीर हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और शिकारियों की तलाश जारी है। अधिकारियों ने शिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।
जागरण संवाददाता पीलीभीत । जंगल में वेटलैंड के अंदर शिकारियों के लगाए जाल में फंसे तेंदुआ की पीटीआर की डिवीजन में वन्यजीव चिकित्सक की निगरानी में चल रहे उपचार के दौरान शनिवार संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली आइवीआरआइ भेजा गया है।
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पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) की बराही रेंज क्षेत्र के नगरिया खुर्द कलां के पास स्थित जंगल में शिकारियों ने अवैध घुसपैठ कर वन्यजीवों का शिकार करने के लिए बाइक के क्लच वायर का जाल लगाया था।
क्षेत्र में मूवमेंट कर रहा तेंदुआ शिकारियों के लगाए गए जाल में फंस गया था। शुक्रवार को वन विभाग की टीम ने गश्त के दौरान वेटलैंड के अंदर जाल में तेंदुआ को फंसा देखकर सूचना उच्चाधिकारियों को दी थी। सामाजिक वानिकी प्रभागीय वनाधिकारी भरत कुमार, उप प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चौहान ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू टीम को बुला लिया था। वन्यजीव चिकित्सक दक्ष गंगवार ने जाल में फंसे तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया था।
बिगड़ गई थी हालत
जाल में फंसे रहने के कारण तेंदुआ की हालत बिगड़ गई थी। तेंदुआ को पिंजरे में कैद कर पीटीआर की डिवीजन कार्यालय लाया गया था। वन्यजीव चिकित्सक की निगरानी में तेंदुआ की देखरेख की जा रही थी। होश में आने के बाद तेंदुआ के स्वास्थ्य में सुधार होने लगा था। वन विभाग के अधिकारी उसे पुनः जंगल में छोड़ने की रणनीति बना रहे थे।
शनिवार को अचानक तेंदुआ की हालत गंभीर हो गई। सुबह उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। फील्ड डायरेक्टर रमेश चन्द्रा, सामाजिक वानिकी प्रभागीय वनाधिकारी भरत कुमार डिवीजन कार्यालय पहुंच गए। तेंदुआ के शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली के आइवीआरआइ (भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान) ले जाया गया।
चिकित्सकों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया। क्लच वायर का जाल तेंदुआ के कमर में कसा हुआ था। प्रथम दृष्टया तार के कसाव से आंतरिक चोट की आशंका जताई जा रही है। तेंदुआ के शरीर पर जख्म नहीं पाए गए।
शिकारियों की तलाश मे जुटी वन विभाग की टीम
बराही रेंज का जंगल शिकारियों के लिए मुफीद साबित हो रहा है। शारदा के तटवर्ती जंगल क्षेत्र में शिकारियों का समूह सक्रिय रहता। मौका लगते ही शिकारी जंगल क्षेत्र में घुसपैठ कर वन्यजीवों का शिकार करते हैं।
इसके बाद गोपनीय रास्तों से उत्तराखंड और नेपाल तक तस्करी करते हैं। नगरिया खुर्द कलां के पास शिकारियों ने वन्यजीव का शिकार करने के उद्देश्य से क्लच वायर का जाल लगाया था। वन विभाग की टीम जाल को लगाने वाले शिकारियों की तलाश कर रही है। उच्चाधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल के आसपास स्थित खेत स्वामियों से जानकारी जुटाई जाएगी। हालांकि अभी तक शिकारियों का कोई सुराग नहीं लगा है।
शनिवार सुबह तेंदुआ की मृत्यु हुई है। शव का बरेली आइवीआरआइ में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट में तेंदुआ की मृत्यु का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा। शिकारियों की तलाश की जा रही है। शीघ्र ही उनकी शिनाख्त कर कड़ी कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जाएगा। रमेश चन्द्रा, फील्ड डायरेक्टर पीटीआर।
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