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    गोमती नदी के आसपास बढ़ी हरियाली

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 06 Feb 2021 11:40 PM (IST)

    गोमती नदी के उद्गम स्थल के सुंदरीकरण के साथ ही जिले के जिन गांवों से होकर यह नदी निकली है उनमें तट के दोनों ओर पांच किमी की परिधि में हरियाली को भी बढ़ावा मिल रहा है। यह कार्य सामाजिक वानिकी की ओर से कराया जा रहा है। इससे नदी में वाटर रिचार्ज के साथ ही सीधे तौर पर वे किसान भी लाभान्वित हो रहे उनके माध्यम से पौधे लगाए गए।

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    गोमती नदी के आसपास बढ़ी हरियाली

    पीलीभीत,जेएनएन : गोमती नदी के उद्गम स्थल के सुंदरीकरण के साथ ही जिले के जिन गांवों से होकर यह नदी निकली है, उनमें तट के दोनों ओर पांच किमी की परिधि में हरियाली को भी बढ़ावा मिल रहा है। यह कार्य सामाजिक वानिकी की ओर से कराया जा रहा है। इससे नदी में वाटर रिचार्ज के साथ ही सीधे तौर पर वे किसान भी लाभान्वित हो रहे, उनके माध्यम से पौधे लगाए गए। किसानों को प्रति पौधा की दर से नियमित देखभाल के लिए नकद धनराशि प्रदान की जा रही है।

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    नमामि गंगे परियोजना के तहत जिले में गत वर्ष उन पंद्रह ग्राम पंचायतों को चिह्नित किया गया था, जिनके पास से होकर गोमती नदी गुजर रही है। नदी से पांच किमी की परिधि में पिछले साल पौधारोपण कराया गया था। इस परियोजना के तहत इन गांवों के कुल 80 किसानों का चयन हुआ। इन किसानों को सामाजिक वानिकी की ओर से आम, जामुन, कटहल, अमरूद जैसे फलदार पौधों के साथ ही शीशम, नीम, पापुलर आदि के कुल नौ हजार पौधे निश्शुल्क उनको उपलब्ध कराए गए थे। पिछले साल अगस्त में इन किसानों को 35 रुपये प्रति पौधा की दर से सामाजिक वानिकी विभाग की ओर से नकद भुगतान किया गया था। अब इस महीने पौधे लगाने वाले किसानों को सामाजिक वानिकी की ओर से देखभाल के लिए नकद धनराशि की दूसरी किस्त प्रदान की जाएगी। इस परियोजना के माध्यम से जो पौधे लगाए गए हैं। उनकी देखभाल के लिए जहां एक ओर लाभार्थी किसानों को पैसा मिल रहा, वहीं दूसरी ओर पौधों के वृक्ष बन जाने पर उनका स्वामित्व भी संबंधित किसानों के पास ही रहेगा। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। खेती के साथ वे उन पेड़ों की सुरक्षा भी आसानी से कर सकेंगे

    नमामि गंगा परियोजना के तहत कराए गए इस कार्य से कई फायदे हैं। एक तो गोमती नदी के पानी रीचार्ज होगा, दूसरे पर्यावरण का संरक्षण हो सकेगा। तीसरा फायदा सीधे तौर पर उन किसानों को मिल रहा है, जिन्होंने पौधे लगाए हैं। उन किसानों को पिछले साल अगस्त में 35 रुपये प्रति पौधा की दर से कुल 3.15 लाख की धनराशि उनके खातों में भेजी गई थी। अब इसी महीने उतनी ही धनराशि की दूसरी किस्त किसानों को प्रदान की जाएगी।

    - संजीव कुमार, डीएफओ, सामाजिक वानिकी