घोषणा पत्र न देने पर नहीं चलेगा सट्टा
गन्ना किसानों के लिए घोषणापत्र भरना अनिवार्य है तभी वह मिलों को गन्ना बेच पाएंगे।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : जिन किसानों ने अपनी गन्ना सोसायटी में अभी तक अपनी जमीन की खतौनी की स्वप्रमाणित प्रति के साथ घोषणा पत्र जमा नहीं किया है, उनके लिए अब अंतिम अवसर है। अगर एक हफ्ते के भीतर घोषणा पत्र जमा नहीं किया तो ऐसे किसानों का गन्ना आपूर्ति सट्टा नहीं चल सकेगा और वे अपनी चीनी मिल को गन्ना नहीं बेच सकेंगे। जिन किसानों में अपने घोषणा पत्र जमा कर दिए हैं, उनकी जांच में अगर कोई भी तथ्य गलत पाया जाता है तो भी उनका सट्टा निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही उनके गन्ना मूल्य भुगतान पर रोक लगा दी जाएगी।
गन्ना पर्यवेक्षकों से साठगांठ करके पिछले वर्षों में ऐसे लोगों ने फसल का फर्जी सर्वे दर्शाकर गन्ना आपूर्ति सट्टे बनवा लिए थे, जिनके पास एक बीघा भी कृषि भूमि नहीं है। ऐसे लोग अपना फर्जी सट्टा बनाकर इधर-उधर से जरूरतमंद किसानों का गन्ना काफी कम दामों पर खरीदकर चीनी मिलों को आपूर्ति करके भारी फायदा उठाते रहे हैं। इसी वजह से शासन के निर्देश पर गन्ना आपूर्ति करने वाले सभी किसानों के लिए घोषणा पत्र जमा करना अनिवार्य किया गया है। तमाम किसान अपने घोषणा पत्र संबंधित सहकारी गन्ना विकास समितियों में जमा कर चुके हैं लेकिन कतिपय ऐसे किसान भी हैं, जो बार-बार कहे जाने के बाद भी घोषणा पत्र जमा करने में रुचि नहीं दिखा रहे। ऐसे किसानों को अब विभाग ने अंतिम अवसर दिया है। वे एक हफ्ते के भीतर अगर घोषणा पत्र जमा नहीं करते हैं तो फिर उनका गन्ना आपूर्ति सट्टा निरस्त कर दिया जाए।
-----------------------
घोषणा पत्र में देना होगा ये विवरण
- संबंधित किसान के पास कुल कितनी कृषि भूमि
- कितने रकबा में की है गन्ना फसल, गन्ना किस प्रजाति का
- बैंक पासबुक खाता संख्या व आधार नंबर
---------------
फैक्ट फाइल
- जिले में चीनी मिलें : एलएच शुगर मिल, बजाज हिदुस्तान शुगर मिल, पूरनपुर सहकारी चीनी मिल व बीसलपुर सहकारी चीनी मिल
- जिले में सहकारी गन्ना विकास समितियां : पीलीभीत, पूरनपुर, बीसलपुर व मझोला
- जिले की चारो समितियों में सदस्य गन्ना किसानों की संख्या 1 लाख 83 हजार 674
- जिले में इस बार कुल गन्ना क्षेत्रफल 98 हजार 172 हेक्टेयर
------------------------
यहां देख सकते हैं अपनी फसल का सर्वे, सट्टा
कोई भी किसान गन्ना विभाग की बेवसाइट 'केन यूपी डॉट इन' पर जाकर अपना तथा जिले के किसी भी किसान की गन्ना फसल का सर्वे व आपूर्ति सट्टा देख सकता है। गन्ना विकास विभाग के फेसबुक अकाउंट, ट्विटर या यू ट्यूब पर अपने सुझाव या प्रतिक्रिया दे सकता है। अगर किसान को कोई अन्य जानकारी हासिल करना है तो वह टोल फ्री टेलीफोन नंबर 18001213203 पर संपर्क कर सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।