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    सिम खरीदते समय सिर्फ एक बार ही लगाएं अगूंठा, दोबारा कहे तो हो जाएं सावधान! जालसाज बना रहे निशाना

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 03:29 PM (IST)

    पीलीभीत पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के सरगना समेत तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जो फर्जी सिमों का इस्त ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, पीलीभीत। घुंघचाई थाना क्षेत्र में फर्जी साइबर कैफे चलाकर मोबाइल गेमिंग एप के माध्यम से ठगी करने वाले अंतरराज्जीय गैंग के सरगना समेत पुलिस पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर भेल भेज दिया।

    घुंघचाई थाना पुलिस की पूछताछ में पता चला कि साइबर ठगी करने वाला गिरोह लोगों को फंसाने के लिए फर्जी तौर से निकाली गई सिमों का प्रयोग करता था। यह सिम लोगों को बेवकूफ बनाकर सक्रिय की जाती हैं। ऐसे में अगर मोबाइल सिम लेने जा रहे हैं तो सावधानी बरतें।

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    दुबई के कैफे में बैठकर साइबर ठगी सीखने वाले मुख्य आरोपित अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद उसके साथी प्रियांशु व धर्मेंद्र पकड़ में आए। इनमें धर्मेंद्र साइबर ठगी के रुपये बैंक खातों में लेने के लिए खाते उपलब्ध कराता था।

    इन बैंक खातों पर राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार, कर्नाटक, मध्य प्रदेश प्रांतों से साइबर फ्राड के मामलों में होल्ड लगा था। गैंग को पकड़ने वाले घुंघचाई थाना के इंस्पेक्टर जयशंकर सिंह बताते हैं कि प्रियांश दीक्षित एक हजार रुपये में अमृतपाल को सिम बेच देता है, जिससे वह साइबर ठगी करता था।

    वह सिम कार्ड लेने के लिए आने वाले लोगों से एक बार उसका अंगूठा लगवाने और फोटो लेने के बाद कहता था कि फोटो ठीक नहीं आई या अंगूठा ठीक से नहीं लगा है। इस प्रकार एक व्यक्ति की आइडी पर दो सिम कार्ड जारी हो जाते। उन्होंने बताया कि एक सिम कार्ड ग्राहक लेकर चला जाता है, जबकि दूसरा सिम कार्ड साइबर ठगी में प्रयोग करता था।

    वह बताते हैं कि अगर मोबाइल के लिए सिम कार्ड खरीदने जा रहे हैं तो यह सुनिश्चित कर लें कि आपने दो बार अगूंठा तो नहीं लगाया है। इसके अतिरिक्त संचार साथी एप पर अपने आधार कार्ड नंबर डालकर यह देख लें कि उनके आधार कार्ड पर कितने नंबर एक्टीवेट हैं।

    संचार साथी पोर्टल से जाने कितने नंबर हो रहे संचालित

    संचार साथी पोर्टल पर आप अपना मोबाइल नंबर डालकर देख सकते हैं कि आपके नाम पर कौन से मोबाइल नंबर प्रयोग किए जा रहे हैं। इसके लिए सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर पर जाकर संचार साथी एप डाउनलोड करें।

    संचार साथी पोर्टल पर जाएं। इसके बाद होम पेज पर पर स्क्रोल करके नीचे जाना होगा। वहां पर ''नो मोबाइल कनेक्शनंस इन योअर नेम'' लिंक पर क्लिक कर दें। इसके बाद एक नया विंडो खुलेगा, जिसमें अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा को सावधानीपूर्वक डालें, फिर ओटीपी बटन पर क्लिक कर दें।

    इसके बाद ओटीपी आपके मोबाइल पर मेसेज इन्बाक्स में आएगा। ओटीपी को डालें और नीचे दिए गए लाग-इन पर क्लिक कर दें। ऐसा करते ही आपके सामने स्क्रीन पर चल रहे सभी मोबाइल कनेक्शन की लिस्ट दिखने लगेगी।

    अब जिन नंबरों को आप प्रयोग नहीं कर रहे हैं, उसके सामने बने बाक्स पर सेलेक्ट करके नीचे नजर आ रहे रिपोर्ट पर क्लिक कर दें।