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    पीलीभीत में डॉक्टरों के बाद अब छात्रों पर ATS की नजर, दिल्ली विस्फोट को लेकर गोपनीय ढंग से जांच में जुटी एजेंसियां

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 07:53 PM (IST)

    मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं पर भी एटीएस की निगाहें बनी हुई है। निर्देश मिलने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों के संबंध में जांच शुरू कर दी है। हालांकि, डॉक्टरों की सूची तैयार की जा रही है। जानकारों की मानें तो एटीएस के निर्देश पर कॉलेज प्रबंधन ने संदिग्ध गतिविधियों को लेकर विशेष नजर, साथ ही जम्मू कश्मीर के रहने वाले या वहां पढ़ाई कर चुके छात्र छात्राओं पर भी है।

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    जागरण संवाददाता, पीलीभीत। मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं पर भी एटीएस की निगाहें बनी हुई है। निर्देश मिलने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों के संबंध में जांच शुरू कर दी है। हालांकि, डॉक्टरों की सूची तैयार की जा रही है। जानकारों की मानें तो एटीएस के निर्देश पर कॉलेज प्रबंधन ने संदिग्ध गतिविधियों को लेकर विशेष नजर, साथ ही जम्मू कश्मीर के रहने वाले या वहां पढ़ाई कर चुके छात्र छात्राओं पर भी है।

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    दिल्ली में 10 नवंबर को हुए विस्फोट को लेकर जिले में पड़ताल चल रही है। जांच एजेंसियों की नजरें अब जिले के मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों के साथ शिक्षा के लिए आए छात्रों पर भी विशेष नजर बनी हुई है। संदिग्ध गतिविधियों की हर कड़ी को टटोलने के लिए कॉलेज प्रबंधन से लेकर एटीएस तक सक्रिय है।

    एटीएस ने कॉलेज से छात्रों की विस्तृत सूची मांगी है, जबकि प्रबंधन भी अपने स्तर पर सभी विभागों और हास्टलों में गहन जांच कर रहा है। खास तौर पर जम्मू–कश्मीर के मूल निवासी या वहां अध्ययन कर चुके छात्र–छात्राओं की पृष्ठभूमि की जांच कर रहे हैं। हालांकि, जिम्मेदार स्पष्ट रुप से बोलने को तैयार नहीं है कि उनके कॉलेज में कितने छात्र-छात्राएं जम्मू-कश्मीर के रहने वाले या वहां पढ़ाई कर चुके हैं। इधर, नेपाल सीमा पर होने वाली गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।

    दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास व्यस्ततम इलाके में कार धमाके में तमाम सुरक्षा एजेंसियां पड़ताल में जुटी हुई है। दिल्ली, हरियाण के बाद यूपी में भी टीमें तेजी से छानबीन करने में जुटी हुई है। तीन दिन पहले मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेदिक कॉलेज और मदरसों की सूची एटीएस ने तलब की थी। सूची मिलने के बाद एटीएस और अन्य सुरक्षा एंजेसियां गोपनीय ढंग से जांच कर रही है।

    इधर, मेडिकल कॉलेज ने भी सूची मुहैया कराने के बाद कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की स्वयं भी जांच पड़ताल शुरु कर दी है। कॉलेज प्रबंधन उन छात्र-छात्राओं का रिकार्ड खंगाल रहा है। जोकि जम्मू कश्मीर के रहने वाले है। या फिर वहां रहकर पूर्व में पढ़ाई कर चुके हैं। कई छात्र-छात्राएं ऐसे भी शामिल है। कि वह जम्मू कश्मीर में रहते थे, लेकिन बाद में दिल्ली में आकर पढ़ाई करने लगे। अब वह अन्य कॉलेज में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।

    इसलिए कॉलेज प्रबंधन अपने कॉलेज में ऐसे छात्र-छात्राओं को चिन्हित करने में जुटा हुआ है। हालांकि कॉलेज प्रबंधन यह बताने को तैयार नहीं है कि उनके जम्मू कश्मीर के कितने छात्र-छात्राएं रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उनका तर्क है कि वह जांच कर रहे हैं। जांच में तस्वीर साफ होने के बाद ही कुछ कह सकते हैं। फिलहाल जांच शुरु होने के बाद एकेडमिक में खलबली मची हुई है। इधर, जिले पर खुली नेपाल सीमा पर भी एसएसबी ने चौकसी बढ़ा दी है। यहां भी हर पल गतिविधियों पर नजर बनी हुई है।



    कॉलेज प्रबंधन अपने स्तर से जांच में लगा है। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि कौन कहा से है, जांच में जो सामने आएगा उसे बाद में बताया जाएगा। जांच के जो नियम है उन्हें तहत कार्य किया जा रहा है।- अरूण सिंह, उपप्राचार्य मेडिकल कॉलेज पीलीभीत