सड़क निर्माण में गड़बड़ी पर निलंबित अपर मुख्य अधिकारी बहाल, सुल्तानपुर में मिली नियुक्ति
पीलीभीत में सड़क निर्माण में अनियमितताओं के चलते निलंबित किए गए एएमए हरमीक सिंह को बहाल कर दिया गया है और उन्हें सुल्तानपुर में नई नियुक्ति दी गई है। मनहरिया से चंदुइया तक की सड़क में घटिया सामग्री का उपयोग पाया गया था जिसके बाद उन्हें निलंबित किया गया था। जांच में लापरवाही पाए जाने पर यह कार्यवाही हुई थी। एक अन्य अभियंता अभी भी निलंबित है।

जागरण संवाददाता, पीलीभीत । जिला पंचायत की ओर से अधोमानक सामग्री से सड़क का नवीनीकरण किए जाने के मामले में निलंबित किए गए जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी हरमीक सिंह को शासन ने बहाल कर दिया है। उनको सुल्तानपुर जिले में नई नियुक्ति दी गई है। एक अभियंता अभी बहाल नहीं हुए हैं। महिला अभियंता निलंबन के दौरान ही रिटायर्ड हो चुकी है।
जनपद की पूरनपुर तहसील क्षेत्र के गांव मनहरिया से चंदुइया तक 1700 मीटर लंबे मार्ग का जिला पंचायत की तरफ से नवीनीकरण कराया गया था। मई के पहले सप्ताह में सड़क की पीसी हाथ से उखड़ने का वीडियो प्रसारित हुआ था।
ऐसे खुली थी पोल
इसके बाद अधोमानक तरीके से सड़क का निर्माण कार्य किए जाने की पोल खुली थी। उच्च स्तरीय जांच में तत्कालीन जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी हरमीत सिंह, अभियंता गोपाल बाबू, अवर अभियंता कल्पना सिंह को प्रथम दृश्टया निर्माण कार्य में शासकीय दायित्वों का अनुपालन न करने, घोर लापरवाही बरतने पर 28 जुलाई को तत्काल प्रभाव से पंचायती राज उत्तर प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव अनिल कुमार ने निलंबित कर जिला पंचायत अनुभाग कोष्टक लखनऊ से संबद्ध किया था।
3 अक्टूबर को शासन ने एएमए हरमीक सिंह को बहाल कर उन्हें सुल्तानपुर में नियुक्ति दी है। अभियंता गोपाल बाबू की बहाली नहीं हो पाई है। निलंबन समय में ही 30 सितंबर को अवर अभियंता कल्पना सिंह सेवानिवृत हो गई है।
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