सिर्फ एक कॉलेज में एनसीसी की व्यवस्था
पीलीभीत : युवाओं में देशभक्ति का जज्बा भरने के लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की इकाइयां स्कूल कॉल ...और पढ़ें

पीलीभीत : युवाओं में देशभक्ति का जज्बा भरने के लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की इकाइयां स्कूल कॉलेजों में संचालित हो रही हैं, जहां पर छात्र-छात्राओं को एनसीसी के माध्यम से देश की सुरक्षा के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है। जनपद के सिर्फ एसआरएम इंटर कॉलेज में एनसीसी की सीनियर व जूनियर डिवीजन की इकाई संचालित होती है, जिसमें काफी संख्या में छात्र प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं। शेष अन्य स्कूल कॉलेजों में एनसीसी इकाई खुलवाने की दिशा में शिक्षा विभाग ने कोई प्रयास नहीं किए गए।
जनपद में 143 राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन कॉलेज संचालित किए जा रहे हैं, जहां पर कक्षा छह से बारह तक की शिक्षा दी जाती है। स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के साथ ही देशप्रेम की भावना जाग्रत करने के लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें जूनियर व सीनियर वर्ग के बच्चे शामिल किए जाते हैं। इन बच्चों को सेना से संबंधित सभी प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद परीक्षा कराई जाती है। उसके बाद ही बी अथवा सी प्रमाणपत्र दिया जाता है। जनपद में सिर्फ एसआरएम इंटर कॉलेज में एनसीसी की जूनियर व सीनियर इकाइयों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। अन्य कॉलेजों में एनसीसी इकाई स्थापित करने की दिशा में माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। इस वजह से बच्चों को एनसीसी प्रशिक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है। एसआरएम कॉलेज के प्रवक्ता टीएच खान कहते हैं कि कॉलेज में जूनियर व सीनियर इकाई में एनसीसी की गतिविधियां संचालित की जाती है। अन्य कॉलेजों में एनसीसी इकाइयां नहीं हैं। ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्यामा कुमार का कहना है कि कॉलेज में एनसीसी इकाई स्थापना कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। एनसीसी जिला संगठन से संपर्क साधा जा रहा है। अगर एनसीसी इकाई खुल जाए, तो बच्चों को काफी लाभ मिलेगा। सरकारी नौकरियों व सेना में एनसीसी प्रमाणपत्र होने पर छूट दी जाती है।
दो कॉलेजों में समाप्त हो चुकीं इकाइयां
शहर के सनातन धर्म बांके बिहारी राम इंटर कॉलेज व सरदार वल्लभभाई पटेल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमृताखास में कई साल पहले एनसीसी इकाई संचालित थी, लेकिन बाद में इकाई बंद कर दी गई। इस वजह से इन कॉलेजों के बच्चे एनसीसी के प्रशिक्षण से वंचित हो रहे हैं।

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