Banke Bihari Mandir उच्चाधिकार समिति: पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में दो राजभोग, 2 शयनभोग सेवा के सेवायत शामिल
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की उच्चाधिकार समिति में चार सेवायतों को शामिल किया गया है। नामों की घोषणा के बाद कुछ सेवायतों में असंतोष फैल गया जिसके चलते उन्होंने विरोध की रणनीति पर विचार किया। पूर्व न्यायाधीश अशोक कुमार की अध्यक्षता में नामों पर मुहर लगी। चयनित सेवायतों में राजभोग और शयनभोग सेवा करने वाले शामिल हैं।

जागरण संवाददाता, मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर की हाईपावर कमेटी में सोमवार को चार सेवायतों के नामों पर मुहर लगा दी गई। कमेटी में शामिल होने के लिए 12 सेवायतों ने आवेदन किया था। पूर्व न्यायाधीश अशोक कुमार की अध्यक्षता वाली कमेटी ने विचार-विमर्श के बाद नामों पर मुहर लगाई। उधर, नामों की घोषणा के साथ ही विरोध की सुगबुगाहट शुरू हो गई। इस निर्णय से नाखुश कुछ सेवायतों ने देर रात बैठक की, विरोध में रणनीति पर मंथन चलता रहा।
विरोध की सुगबुगाहट, देर रात तक सेवायतों की बैठक में बनी रणनीति
प्रदेश सरकार द्वारा ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर न्यास के अध्यादेश के विरोध में सेवायतों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल न्यास का क्रियांवयन रोकने के आदेश देने के साथ ही हाई कोर्ट में सुनवाई के आदेश दिए हैं। इस बीच सरकार ने विधानसभा से भी बिल पास करा लिया। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व न्यायाधीश अशोक कुमार की अध्यक्षता में मंदिर प्रबंधन देखने के लिए हाईपावर कमेटी का गठन किया है। इसमें मंदिर के चार सेवायतों को भी शामिल किया जाना है।
12 सेवायतों ने आवेदन किया था
कमेटी में जगह पाने के लिए 12 सेवायतों ने आवेदन किया था। इन पर विचार-विमर्श के बाद कमेटी ने सोमवार को सुबह की राजभोग सेवा के सेवायत श्रीवर्धन गोस्वामी और शैलेंद्र गोस्वामी को शामिल किया है, जबकि शाम की शयनभोग सेवा के दिनेश कुमार गोस्वामी और विजय कृष्ण गोस्वामी को शामिल किया।
कमेटी के सदस्य सचिव सीपी सिंह ने बताया कि काफी मंथन के बाद नामों पर मुहर लगाई गई है। उधर, नामों की घोषणा के साथ ही अन्य सेवायतों में विरोध की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। एक पक्ष के सेवायत सोमवार रात बड़ी संख्या में जुटे और बैठक की। इसमें विरोध को लेकर रणनीति पर मंथन किया गया।
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