कोहरे में खतरे के बावजूद यमुना एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार और गति उल्लंघन जारी, ट्रैफिक जागरूकता नाकाफी
यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे के खतरे के बावजूद तेज रफ्तार और गति उल्लंघन जारी है। ट्रैफिक जागरूकता अभियान पर्याप्त नहीं दिख रहे हैं। घने कोहरे के कारण द ...और पढ़ें

यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों को कम हुई गति सीमा का स्मरण कराने को लगे स्पीड बोर्ड। जागरण
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। एक्सप्रेसवे पर कोहरा काल बनता जा रहा है, इसकी बड़ी वजह तेज गति में वाहनों का दौड़ना है। ग्रेटर नोएडा से आगरा यमुना एक्सप्रेसवे पर गति सीमा 100 से घटाकर 75 कर दी गई है। बावजूद इसके 10 हजार से अधिक वाहनों ने गति सीमा का उल्लंघन करते पाए गए।
कुंडली-गाजियाबाद-पलवल 135 किमी लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर अभी निर्धारित गति सीमा 15 फरवरी तक के लिए हल्के वाहन 60 व बड़े वाहनों के लिए 40 किमी प्रतिघंटा तय की गई है। प्रतिदिन 50 से 60 हजार वाहन गुजरते हैं। यहां भी वाहन गति सीमा से अधिक की रफ्तार में दौड़ रहे हैं।
इन एक्सप्रेसवे के टोल के अलावा हर 10 किमी की दूरी पर डिजिटल बोर्ड के जरिये लोगों को जागरूक करने के लिए गति सीमा की जानकारी दी जा रही है।
वाहन चालकों की लापरवाही पराकाष्ठा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कोहरे के दौरान भी ज्यादातर चालक स्वयं और दूसरों की जान को खतरे में डालते हुए अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन करने से नहीं चूक रहे हैं। इसका प्रमुख कारण उन पर कार्रवाई न होना है।
एक वाहन केे हादसाग्रस्त होने पर पीछे से आ रहे वाहन एक के बाद एक भिड़ते चले जाते हैं। वजह साफ है एक्सप्रेसवे प्रबंधन रियल टाइम नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का डाटा एनआइसी के सर्वर पर अपलोड कर देता है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस शत प्रतिशत आनलाइन चालान नहीं कर पाती।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे यमुना एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे और धुंध को देखते हुए हल्के वाहनों के लिए 15 दिसंबर से अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा से घटाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा की गई है। गति सीमा कम होने के बाद नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों की संख्या कम हाेने के बजाय चार से पांच गुना बढ़ गई है।
जिसकी मुख्य वजह गति सीमा और नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ ठोस और त्वरित कार्रवाई न होना है। 15 और 16 दिसंबर दो दिन में एक्सप्रेसवे से 60 हजार वाहन गुजरे है जिसमें से 10490 वाहनों ने अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन किया है।
एक्सप्रेसवे की तरफ से नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों का डाटा एनआइसी के माध्यम से ट्रैफिक पुलिस को जाने के बाद शतप्रतिशत कार्रवाई तो दूर 50 प्रतिशत वाहनों के आनलाइन चालान तक नहीं हो पाए जिसके चलते बेखौफ वाहन चालक नियमों को ताख पर रख वाहनों को दौड़ाने से गुरेज नहीं कर रहे।
नहीं दिखता जागरूकता का असर
सर्दी के मौसम में घने कोहरे और धुंध में वाहनों को विशेष सवाधानी से चलाने के लिए जेवर, मथुरा व आगरा तीनों टोल प्लाजाओं पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम (पीए सिस्टम) से सुरक्षित सफर के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं।
भारी वाहन चालाकों को टोल प्लाजा पर सुस्ती खत्म करने के लिए निश्शुल्क चाय उपलब्ध कराई जा रही है। कोहरे और धुंध के समय वाहन दूर से दिखाई दें इसके लिए कमर्शियल वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाने के साथ ही पैंप्लेट का वितरण किया जा रहा है। इसके के बाद भी रफ्तार के शौकीनों पर जागरूकता का कोई असर नहीं दिख रहा है।
नियमों का पालन कराने के लिए चार स्थानों पर इंटरसेप्टर वाहन में लगी लेजर स्पीड गन और एनआइसी के डाटा से ओवरस्पीड वाहनों के चालान किए जाते हैं। लगातार टीमें नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आनलाइन और आफलाइन कार्रवाई कर रही हैं।
डा0 प्रवीण रंजन सिंह डीसीपी ट्रैफिक
घने कोहरे से विजिविलटी बेहद कम होने को देखते हुए स्पीड लिमिट कम करने के साथ ही आठ जगहों पर डिजिटल साइनेज डिस्प्ले से एक्सप्रेसवे पर मौसम और घटना दुर्घटना की जानकारी के मैसेज चलाए जा रहे हैं। 20 स्थानों कैमरों से ओवर स्पीड की निगरानी की जा रही है। एक्सप्रेसवे की सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षा कर्मी अवैध रूप से वाहनों की पार्किंग और दुर्घटना के शिकार वाहनों को तत्काल हटाने का काम कर रहे हैं। इंटरचेंज और कट पर फाग लैंप लगाई ई हैं। यात्रियों को दुर्घटना के समय तुरंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एंबूलेंस की संख्या छह से बढ़ाकर आठ की गई है।
जे के शर्मा साहयक महाप्रबंधक यमुना एक्सप्रेसवे
| तिथि | गुजरने वाले वाहनों की संख्या | अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों की संख्या |
|---|---|---|
| 11 दिसंबर | 34,400 | 1,220 |
| 12 दिसंबर | 37,500 | 1,157 |
| 13 दिसंबर | 40,000 | 1,100 |
| 14 दिसंबर | 40,500 | 800 |
| 15 दिसंबर (अधिकतम गति सीमा घटाकर 75 किमी/घंटा) | 30,000 | 4,950 |
| 16 दिसंबर | 29,500 | 5,650 |
गति सीमा घटी पर रफ्तार पर ब्रेक नहीं
कोहरा पड़ने से डीएमई दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति सीमा को घटा दिया गया है। इसके बावजूद वाहन चालक अपनी रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगा रहे हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रसेवे पर विपरीत दिशा में वाहन दौड़ने की वजह से हादसों का खतरा बना हुआ है।
एक्सप्रसेवे पर काेहरे में बीते कुछ दिनों में 25 से ज्यादा वाहन विभिन्न स्थानों पर टकराए हैं। वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए एनएचएआइ की तरफ से इलेक्ट्रोनिक्स डिस्पले बोर्ड पर सूचना भी प्रसारित की जा रही है। छिजारसी के पास डिस्प्ले बोर्ड पर स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।