नोएडा को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से जोड़ने को यमुना तटबंध सड़क लिक रोड बनेगी
जागरण संवाददाता नोएडा दिल्ली से जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तक पहुंचने म
जागरण संवाददाता, नोएडा :
दिल्ली से जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तक पहुंचने में नोएडा स्थित यमुना तटबंध सड़क एक लिक रोड की तरह काम करेगा। नोएडा प्राधिकरण ने योजना पर दोबारा से काम शुरू कर दिया है। 15 किलोमीटर लंबा यह खंड 26 किलोमीटर के तटबंध मार्ग का हिस्सा है, जो कि नोएडा सेक्टर-94 से कांलिदी कुंज बैराज (दिल्ली-नोएडा सीमा पर) होते हुए सेक्टर-150 के बीच नोएडा-ग्रेटर नोएडा सीमा तक है। यह आगे यमुना एक्सप्रेस-वे को लिक करेगा, जो सीधे जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से जुड़ जाएगा। बता दें कि नोएडा प्राधिकरण ने 2016 में फंड की कमी के कारण यमुना तटबंध सड़क के 15 किलोमीटर के हिस्से पर काम टाल दिया था। सड़क परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली को वित्तीय विवरण के लिए भेजी थी। 100 मीटर चौड़ी सड़क की डीपीआर के अनुसार निर्माण के लिए अनुमानित लागत 275 करोड़ रुपये थी। यह सड़क नोएडा के सेक्टर-128, 135, 150, 151, 168 के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा के कुछ क्षेत्रों को जाने वाले वाहन चालकों को एक अतिरिक्त कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। लेकिन प्राधिकरण ने आइआइटी दिल्ली को फंड की कमी के कारण अपनी रिपोर्ट भेजने से रोक दिया था। अब जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कारण प्राधिकरण जल्द ही इस पर काम शुरू कर सकता है। तटबंध सड़क के 11 किलोमीटर के हिस्से का निर्माण पहले ही किया गया था, जिसके तहत 35 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जा चुका है। जून 2014 में इस सड़क को सार्वजनिक रूप से खोला गया था। अब इस सड़क की चौड़ाई को 100 मीटर करने को लेकर प्राधिकरण में मंथन हो रहा है। संभावना है कि इस माह होने वाली बोर्ड बैठक में सड़क को प्रस्ताव शामिल किया जा सकता है। इस खंड के निर्माण के साथ वाहन चालकों को काफी सहूलियत मिलेगी।
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एक्सप्रेस-वे पर बढ़ेगा यातायात का भार नोएडा प्राधिकरण की एक परियोजना ग्रेटर नोएडा स्थित एलजी चौक से सेक्टर-146, 147 तक 1200 मीटर लंबी सड़क बनाने की योजना है। इस पर कार्य किया जा रहा है। इसके बनने के बाद दादरी सूरजपुर छलेरा (डीएससी) रोड का अधिकांश भार नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर आएगा। यहां पहले से ही यातायात ओवरलोड हो रहा है। जाम की स्थिति ज्यादा होगी। ऐसे में बंध के साथ एक्सप्रेस-वे के समानांतर सड़क इस जाम को रोकने में कारगर होगी। वहीं यह नए विकसित किए जा रहे सेक्टरों के लिए भी फायदेमंद होगी।
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एक्सप्रेस-वे पर यातायात कम करने के लिए किए जा रहे प्रयास -यमुना बंध के साथ 100 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण।
-यमुना पर सेक्टर-150 के पास पुल बनाकर फरीदाबाद को जोड़ना।
-एफएनजी के लिए एक्सप्रेस-वे के नीचे अंडरपास बनाकर इसे यमुना पुल से जोड़ना।
-एक्सप्रेस-वे के नीचे तीन अंडरपास बनाकर गांवों की कनेक्टिविटी बेहतर करना।
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