गोपनीय शिकायत से शुरू, बर्खास्तगी से खत्म... नोएडा सॉल्वर ने दिलाई TG2 नौकरी; अब तलाश में जुटी पुलिस
नोएडा में एक युवक ने सॉल्वर की मदद से यूपीआरवीयूएनएल की ऑनलाइन परीक्षा पास कर नौकरी हासिल की। शिकायत मिलने पर जांच हुई और फर्जीवाड़ा सामने आया। अधिशासी अभियंता ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस सॉल्वर की तलाश कर रही है। पहले भी नोएडा के परीक्षा केंद्रों पर ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।

नोएडा में एक युवक ने सॉल्वर की मदद से यूपीआरवीयूएनएल की ऑनलाइन परीक्षा पास कर नौकरी हासिल की।
जागरण संवाददाता, नोएडा। एक युवक के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है, जिसने सॉल्वर की मदद से उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (यूपीआरवीयूएनएल) की ऑनलाइन परीक्षा पास कर तकनीशियन ग्रेड टू (टीजी2) बनकर ओबरा तापीय परियोजना में नौकरी हासिल कर ली। अधिशासी अभियंता ने आरोपी के खिलाफ सेक्टर 58 थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सोनभद्र के ओबरा तापीय कॉलोनी निवासी विनोद कुमार पांडेय ओबरा तापीय परियोजना में अधिशासी अभियंता हैं। मिर्जापुर अतरौली खुर्द निवासी वीरेंद्र कुमार सिंह उनके विभाग ओबरा प्लांट में टीजी2 हैं। हाल ही में वीरेंद्र के खिलाफ एक गोपनीय शिकायत मिली थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने फर्जीवाड़ा करके विभाग में भर्ती हो गए हैं। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत से अवगत कराया और उनके निर्देशन में जांच की गई।
वीरेंद्र के फर्जीवाड़े की परत दर परत खुलती गई। पता चला है कि वीरेंद्र की 14 जुलाई 2021 को नोएडा के सेक्टर 62 स्थित आईओएन डिजिटल ज़ोन आईडीई 2 केंद्र पर पहली पाली में परीक्षा थी। हालाँकि, उसकी जगह एक सॉल्वर ने परीक्षा दी थी। जाँच में सभी आरोप सही पाए गए। वरिष्ठ अधिकारियों ने वीरेंद्र को नौकरी से बर्खास्त कर दिया और उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
नोएडा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि अधिशासी अभियंता ने आरोपी वीरेंद्र के खिलाफ सोनभद्र के ओबरा थाने में मामला दर्ज कराया था। मामला वहाँ से नोएडा स्थानांतरित कर दिया गया है। जाँच चल रही है। पुलिस सॉल्वर की पहचान और पता लगाने में जुटी है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।
पहले भी सामने आ चुके हैं मामले
नोएडा में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र सेक्टर 62, फेज 2, सेक्टर 80 और सेक्टर 65 में स्थित हैं। इन केंद्रों पर एक दिवसीय परीक्षा आयोजित की जाती है। इन केंद्रों के कर्मचारियों के अलावा, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भी छापेमारी कर एसएससी परीक्षा दे रहे सॉल्वरों को पकड़ा है। इस मामले में स्टाफ भी शामिल पाया गया। हैकिंग गिरोह के सदस्य नियमित रूप से पकड़े जा रहे हैं। सॉल्वर निष्पक्ष परीक्षा संचालन की विश्वसनीयता को प्रभावित कर रहे हैं।

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