Tinder से शुरू हुई कपिल और शुभांगी की चैटिंग, 588 दिन बाद इंजीनियर के उडे़ होश; लगा 66 लाख का चूना
टिंडर पर कपिल और शुभांगी की चैटिंग शुरू हुई। 588 दिनों में, शुभांगी ने कपिल से 66 लाख रुपये ठग लिए। शुभांगी ने एक प्रोजेक्ट का बहाना बनाकर कपिल से पैसे लिए। शक होने पर कपिल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, नोएडा। साइबर ठग महिला ने सेक्टर 62 के रहने वाले इंजीनियर कपिल से टिंडर एप से पहले दोस्ती की। शुरुआत में मेडिकल इमरजेंसी बताकर मदद मांगी। उसकी साथी ठगों ने स्वजन बनकर महिला की बीमारी के लिए इंजीनियर को जिम्मेदार बताकर रकम ऐंठने लगे।
इंजीनियर के रकम देने में आनाकानी करने पर जान से मारने व पुलिस से शिकायत करने की बात बोल डराया। पीड़ित से जून 2023 से फरवरी 2025(588 दिन) तक यूपीआई के अलावा नोएडा, जयपुर व दिल्ली के बैंक खातो में 294 बार में 66.42 लाख रुपये ट्रांसफर कराये। पीड़ित ने परेशान होकर शनिवार को साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
क्या है पूरा मामला?
इंजीनियर कपिल मनोरंजन के लिए टिंडर एप भी प्रयोग करता है। 24 जून 2023 को इंजीनियर के पास शुभांगी मोंटी नाम के महिला आईडी की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। कपिल ने रिक्वेस्ट स्वीकार बातचीत शुरू की। दोनों में प्रोफाइल, प्रोफेशन, परिवार, हाबी आदि को लेकर बातचीत हुई। दोनों में गहरी दोस्ती हो गई।
दोनों आपस में टेलीग्राम व वॉट्सअप जुड़कर भी बात करने लगे। शुभांगी ने बीमार होने की बात कहकर कपिल से मदद मांगी। कपिल ने मदद समझकर यूपीआई पर कभी 500 तो कभी 1500, 465, एक हजार, 1200 रुपये ट्रांसफर कर देता। शुभांगी अपनी लगातार तबीयत खराब होने की बात कहकर रकम मांगती रही।
यह सिलसिला जुलाई में भी चलता रहा। इसी बीच एक ठग ने शुभांगी के स्वजन बनकर बात की। शुभांगी की बीमारी के लिए इंजीनियर को जिम्मेदार ठहराया। इंजीनियर ने पल्ला झाड़ा तो ठग नाराज हो गया। उसने पुलिस से शिकायत कर जेल भेजवाने की धमकी दी।
यह सुनकर इंजीनियर डर गया। ठग जैसे-जैसे कहते जाते। इंजीनियर डर के मारे वैसा ही करता जाता। ठगों ने जनवरी 2025 में मोटी रकम मांगने लगे। एक फरवरी को 30 हजार डालने के बाद इंजीनियर ने रकम देनी बंद कर दी। उसके बाद ठगों का जान से मारने की धमकी देना जारी रहा। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की।
सेक्टर 18 के खाते में ट्रांसफर हुई रकम
ठगों ने अधिकांश रकम को यूपीआई के अलावा नोएडा सेक्टर 18 की यश बैंक की शाखा के एक खाते में ट्रांसफर कराया। कुछ रकम को दिल्ली कनाट प्लेट के एक्सिस बैंक व जयपुर गोवर्धन कॉलोनी के बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के खातों में खपाया।
साइबर थाना प्रभारी रंजीत सिंह ने बताय कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ठगी की रकम खपाने में प्रयुक्त बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।

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