आकाश मार्ग से सीता हरण के मंचन पर भाव विभोर हुए दर्शक
नवरात्र के अवसर पर शहर में चल रही रामलीला में हर दिन दर्शकों की संख्या में इजाफा होने लगा है। रामलीला मैदानों में मंगलवार को एक ओर सीता-हरण के मंचन पर दर्शक भाव विभोर हुए, तो वहीं दशरथ मरण की लीला देख चेहरों से मुस्कान जैसे गायब सी हो गई। इसके अलावा 150 फुट की ऊंचाई से सीताहरण लीला का रोमांचकारी मंचन किया गया।
नवरात्र के अवसर पर शहर में चल रही रामलीला में हर दिन दर्शकों की संख्या में इजाफा होने लगा है। रामलीला मैदानों में मंगलवार को सीता-हरण के मंचन पर दर्शक भाव विभोर हुए। 150 फुट की ऊंचाई से सीताहरण लीला का रोमांचकारी मंचन किया गया।
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आकाश मार्ग से हुआ सीता हरण का मंचन
सेक्टर-62 में श्रीराम मित्र मंडल की ओर आयोजित रामलीला मंचन के सातवें दिन मुख्य अतिथि मदन चौहान, पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने दीप प्रज्वलन कर लीला मंचन का शुभारंभ किया। अध्यक्ष धर्मपाल गोयल एवं महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा द्वारा मुख्य अतिथियों को ओर प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। इस बार सीता हरण के सजीव चित्रण के लिए 150 फुट की ऊंचाई से ²श्य का मंचन किया गया। रास्ते में घायल गिद्ध राज जटायु मिलते हैं। वह सारा वृतांत बताते हैं और भगवान की गोद में अपने प्राण त्याग देते हैं। इसी के साथ 7वें दिन की लीला का समापन होता है। श्रीराम मित्र मंडल के मीडिया प्रभारी चंद्रप्रकाश गौड़ ने बताया 17 अक्टूबर को सीता खोज, सीता दर्शन, लंका दहन, विभीषण शरणागति, सेतु स्थापना आदि प्रसंगों का मंचन किया जायेगा। इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष बीपी अग्रवाल, मुख्य यजमान उमाशंकर गर्ग, मुख्य संरक्षक ओंकारनाथ अग्रवाल, अध्यक्ष धर्मपाल गोयल, महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा, उपमुख्य संरक्षक ओमबीर शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग, अनिल गोयल, सत्यनरायण गोयल, तरुण राज, मनोज शर्मा सहित आयोजन समिति के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।
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रावण ने किया सीता जी का हरण
सेक्टर-46 में श्रीराम लखन धार्मिक लीला कमेटी की ओर से आयोजित रामलीला मंचन के 7वें दिन दीप प्रज्ज्वलन के साथ मंचन का शुभारंभ हुआ। प्रथम ²श्य में रावण का दरबार लगा था। रावण की बहन शूर्पणखा का प्रवेश होता है वह रावण को खर दूषण के मारे जाने की सूचना देती है और राम व लक्ष्मण द्वारा किए कृत्य से रावण को अवगत कराती है। इतने में साधु का रूप धारण कर रावण मां सीता से भिक्षा मांगता है। जब सीता भिक्षा देने के लिए कुटिया से बाहर आती है तो रावण सीता जी का हरण कर लेता है। इसी के साथ सातवें दिन की लीला का विराम होता है। आयोजन समिति के महासचिव एवं मीडिया प्रभारी राघवेंद्र दुबे ने बताया कि 17 अक्टूबर को सीता खोज, हनुमान विभीषण संवाद,रावण हनुमान संवाद,लंका दहन, विभीषण शरणागति, सेतुबन्धु रामेश्वरम की स्थापना आदि प्रसंगों का मंचन किया जाएगा। इस अवसर पर अध्यक्ष विपिन अग्रवाल, टीएन गोविल, एनपी ¨सह, संयोजक पूनम ¨सह, रामवीर यादव, बलराज गोयल,अशोक गोयल बबलू चौहान सहित तमाम आयोजन समिति के पदाधिकारी व शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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छलके आंसू
सेक्टर-12 बजरंग रामलीला संचालिका समिति की ओर से मंगलवार को राजा दशरथ के द्वारा राम को अयोध्या का राज्यभिषेक करने की घोषणा करना, मंथरा दासी का कैकयी को भरत के लिए अयोध्या का राज्य मांगने के लिए उकसाना, कैकयी का कोप भवन मे जाना, कैकयी और राजा दशरथ संवाद, राजा दशरथ से कैकयी द्वारा राम को वनवास और भरत के लिए अयोध्या का राज्य मांगना, राम-लक्ष्मण और सीता का वन गमन की लीला दिखाई गई। इस अवसर पर समिति के सभी पदाधिकारी, सदस्यों और कलाकारों के अतिरिक्त फोनरवा के अध्यक्ष एनपी ¨सह के द्वारा दीप जलाकर कर रामलीला का शुभारंभ किया गया।
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