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    दशकभर से बीमार युवक के इच्छामृत्यु की अर्जी पर SC सख्त, नोएडा जिला अस्पताल को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 02:00 AM (IST)

    नोएडा जिला अस्पताल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 31 वर्षीय दिव्यांग युवक के पैसिव यूथानेशिया पर रिपोर्ट तैयार करेगा। पिता द्वारा दायर इच्छा मृत्यु याचिका पर कोर्ट ने चिंता जताई और जिला अस्पताल को दो सप्ताह में विस्तृत मेडिकल रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। मरीज पिछले दस साल से गंभीर बीमारी और जीवन रक्षक उपकरणों पर निर्भर है, जिसके कारण अस्पताल प्रशासन ने मेडिकल टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है।    

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    एक दशक से अधिक समय से बीमार चल रहा है 31 वर्षीय युवक।

    जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 31 वर्षीय युवक के पैसिव यूथानेशिया पर रिपोर्ट तैयार करेगा। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग को कोर्ट के आदेश की कॉपी मिली। सीएमओ ने सीएमएस को कोर्ट के आदेश की कापी भेजकर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

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    सुप्रीम कोर्ट ने गाजियाबाद के राजनगर निवासी 31 वर्षीय युवक को शत प्रतिशत दिव्यांगता के चलते एक दशक से अधिक समय से बीमार होने पर चिंता जाहिर की है। पिता ने कोर्ट में याचिका दायर कर बेटे के लिए इच्छा मृत्यु मांगी है। सुप्रीम कोर्ट ने 2024 में इलाज के लिए कहा था। उनका कहना है कि पैसिव यूथानेशिया का अर्थ है जानबूझकर किसी मरीज के जीवन समर्थन या उपचार को रोककर मरने देना, जो जीवन बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है।

    2 सप्ताह के भातर मांगी रिपोर्ट

    न्यायाधीश जेबी पार्डीवाला और केवी विश्वनाथन की पीठ ने नोएडा सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल से कहा है कि वह 31 वर्षीय हरीश राणा के पिता द्वारा दायर आवेदन पर दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिसमें पैसिव यूथानेशिया की मांग की गई है।

    स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डा. नरेन्द्र कुमार ने बताया कि गाजियाबाद के सीएमओ ने नोएडा के जिला अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया था। इलाज के बाद उसे घर पर भेज दिया गया था। जहां गाजियाबाद सीएमओ की देखरेख में इलाज चल रहा है। मरीज को जिंदा रखने के लिए कई जीवन रक्षक उपकरण लगाए गए हैं।

    एक दशक से अधिक समय से एक ही स्थिति में मरीज है। कोर्ट से इस संबंध में पत्र मिला है। जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से मेडिकल टीम बनाकर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।