नियमों को ताक पर रखकर खुल रहे दादरी क्षेत्र के निजी स्कूल-कालेज
संवाद सहयोगी दादरी दादरी तहसील क्षेत्र के कुछ निजी स्कूल कालेज संचालक शिक्षा विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। लाकडाउन काल में करीब सात माह बाद हाल ही में कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल कालेज खोले गए हैं।
संवाद सहयोगी, दादरी : दादरी तहसील क्षेत्र के कुछ निजी स्कूल कालेज संचालक शिक्षा विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। लाकडाउन काल में करीब सात माह बाद हाल ही में कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल कालेज खोले गए हैं। इनमें न तो सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है और न अन्य नियमों का पालन ही किया जा रहा है। आरोप है कि जिन कालेजों को यूपी बोर्ड या सीबीएसई से 10 वीं तक की मान्यता मिली है, उनमें कक्षा 12 तक की पढ़ाई करवाई जा रही है। वहीं अध्यापकों को भी आधे से कम वेतन दिया जा रहा है।
दादरी जीटी रोड पर तीन इंटर कालेज हैं। इनमें दो कालेज यूपी बोर्ड से 12 तक मान्यता प्राप्त हैं जबकि एक सीबीएसई से मान्यताप्राप्त है। इनमें दो कालेजों की शाखाएं दादरी रेलवे रोड पर हैं जिसे कक्षा आठ तक मान्यता है। लेकिन इनमें कक्षा 12 तक की पढ़ाई करवाई जा रही है। जबकि आमका रोड पर चलने वाला स्कूल बंद कर दूसरे नाम से कक्षा तक संचालित किया जा रहा है। आरोप है कि उन छात्रों का प्रवेश गाजियाबाद में हुआ था। अभिभावकों का कहना है कि कक्षा नौ व दस पहली पारी में जबकि 11 व 12 दूसरी पारी में संचालित हो रही है। पहली पारी सुबह आठ से दोपहर एक बजे तक संचालित की जा रही है। आरोप है कि अभिभावकों पर फीस के लिए दवाब बनाया जा रहा है। पब्लिक स्कूल संचालक एसोसिएशन संघ के प्रवक्ता ने बताया कि दादरी नगर के कुछ स्कूलों को दस तक मान्यता है जबकि वहां इंटर तक की पढ़ाई हो रही है। अभिभावकों का कहना है कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले ऐसे स्कूल कालेज संचालकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए। वर्जन..
कोविड 19 के नियमों का सभी स्कूलों को पूरी तरह से पालन करना है। जो स्कूल नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-नीरज पांडेय, जिला विद्यालय निरीक्षक
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