Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पोस्ट ऑफिस की 'स्पीड' बढ़ाने की तैयारी हुई पूरी, अब 24-48 घंटे में डाक और पार्सल डिलीवरी की होगी 'गारंटी'

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 06:20 PM (IST)

    भारतीय डाक विभाग ने अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। अब डाक और पार्सल को 24 से 48 घंटे में पहुंचाने की गारंटी दी जा रही है। स्पीड पोस्ट और पार्सल डिलीवरी में सुधार के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे ग्राहकों को तेजी से सेवाएं मिलेंगी।

    Hero Image

    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, नोएडा। इंडियन पोस्ट ऑफिस अब अपनी डिलीवरी सर्विसेज को और तेज करने की तरफ काम कर रहा है। हाल ही में डाक विभाग नई फास्ट डिलीवरी सेवाएं शुरू करने जा रहा है। इन सेवाओं के बाद से पोस्ट ऑफिस अब 24 घंटे और 48 घंटे के भीतर डाक और पार्सल पहुंचाने की गारंटी देगा। यानी अब जरूरी दस्तावेज या पार्सल का इंतजार करने के लिए कई दिन नहीं लगेंगे। ऐसे में अब आपका पार्सल महज कुछ ही घंटों में जिसे भेजा गया है उस तक पहुंच जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब इतने घंटे में पहुंचेगा सामान

    मुख्य डाक विभाग सेक्टर 19 के सीनियर पोस्ट मास्टर मनोज कुमार ने बताया कि 24 घंटे की स्पीड पोस्ट सेवा में कोई भी डाक आइटम अगले दिन घर पहुंच जाएगा। वहीं 48 घंटे की स्पीड पोस्ट सेवा में दो दिन के अंदर पार्सल डिलीवर हो जाएगा। इससे लोग अपनी जरूरत के हिसाब से तेज या थोड़ा धीमी डिलीवरी का विकल्प चुन सकते हैं। ये नई सेवाएं जनवरी से शुरू होंगी।

    अभी कितना समय लगता है?

    पार्सल डिलीवरी की स्पीड भी अब बेहतर होगी। अभी पार्सल पहुंचने में 3 से 5 दिन लगते हैं, लेकिन नई सेवा के बाद पार्सल अगले दिन ही पहुँच जाएगा। यह खासकर उन लोगों के लिए अच्छी खबर है जो व्यवसाय के लिए जल्दी सामान भेजते हैं।

    क्या है सरकार का मकसद?

    सरकार का लक्ष्य है कि 2029 तक भारतीय डाक विभाग एक लाभ कमाने वाला विभाग बने, जो बेहतर सेवा के साथ आर्थिक रूप से मजबूत भी हो। इसके लिए डाक विभाग नई-नई सेवाएं और प्रोडक्ट्स लांच कर रहा है। मनोज कुमार ने बताया कि डाक विभाग अगले माह से 8 नए प्रोडक्ट्स लांच करने जा रहा है। इनमें तेज डिलीवरी सेवाएं भी शामिल हैं। इससे न सिर्फ ग्राहकों को फायदा होगा बल्कि डाक विभाग की सेवाओं में भी सुधार आएगा।

    यह भी पढ़ें- जागरण पड़ताल: नोएडा में वोटर वेरिफिकेशन पर रफ्तार हुई धीमी, उर्दू नामों से बीएलओ हो रहे परेशान