नोएडा में निराश्रितों को ठंड से बचाने की पहल, शहर में बनने शुरू हुए रैन बसेरे
नोएडा में निराश्रितों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरे बनने शुरू हो गए हैं। शहर में कमजोर और बेघर लोगों को ठंड से बचाने के लिए यह पहल की जा रही है। रै ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। शहर में रैन बसेरे बनने की कवायद शुरू हो गई है। सेक्टर पीथ्री बारात घर, सेक्टर डेल्टा टू बारात घर के साथ परीचौक पर रैन बसेरा बन गया है। जबकि हबीबपुर, रोजा याकुबपुर के कासना स्थित जिम्स अस्पताल में रैन बसेरा बनने का काम जारी है। दैनिक जागरण ने आठ दिसंबर के संस्करण में ठिठुर रहे असहाय अभी तक नहीं बने रैन बसेरे खबर प्रमुखता के साथ प्रकाशित की।
खबर का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी मेधा रूपम ने रैन बसेरा के लिए निर्धारित स्थानों का निरीक्षण कराया। जहां रैन बसेरा न मिलने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। जिसके बाद संबंधित विभाग हरकत में आए । और शहर में रैन बसेरा बनने का काम शुरू हुआ। सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ गई है। रात का तापमान लगातार नीचे गिर रहा है।
पिछले कुछ दिनों की तुलना में ठंड का आसार और भी ज्यादा तेज हो गया है। ठंड से बचाव को लोग अलाव का सहारा लेने लगे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने पिछले दिनों बैठक कर संबंधित विभाग को जल्द से जल्द निराश्रितों व राहगीरों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरा बनाने व अलाव जलाने के निर्देश दिए थे।
शहर में रैन बसेरा बनाने व अलावा जलाने की जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की है। डेल्टा दो, परीचौक, पीथ्री सेक्टर, रोजा याकुबपुर पांच स्थानों पर रैन बसेरा हर साल बनाए जाते हैं, लेकिन रैन बसेरा न बनने की वजह से निराश्रित लोगों को खासी परेशानी हो रही थी। रैन बसेरा बनाने की मांग शहर के कुछ समाजसेवियों ने भी की थी। रैन बसेरा बनने के बाद समाजसेवियों ने भी राहत की सास ली है।

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