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    नोएडा के परिषदीय स्कूलों में शीतकालीन सत्र हुए शुरू, बच्चों को स्वेटर, जूते-मोजे के लिए नहीं मिली राशि

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 11:43 AM (IST)

    नोएडा के परिषदीय स्कूलों में शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है, लेकिन छात्रों को अभी तक स्वेटर, जूते और मोजे के लिए धनराशि नहीं मिली है। शासन द्वारा 1200 रुपये की धनराशि दी जाती है, जो सीधे अभिभावकों के खाते में भेजी जाती है। धनराशि में देरी से अभिभावक चिंतित हैं, वहीं अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही धनराशि भेज दी जाएगी।

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    स्कूल जाते बच्चों की फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। सर्दी के मौसम के शुरू होने के साथ ही परिषदीय स्कूलों में शीतकालीन कक्षाएं एक अक्टूबर से शुरू कर दी गईं। इसके बाद जिले के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई करने वाले करीब 10 हजार छात्र बिना स्वेटर, जूते और मोजे के आने को मजबूर हो रहे हैं, क्योंकि अभिभावकों के खातों में यूनिफार्म का पैसा न आने के चलते सर्दी में ठिठुरने को मजबूर हैं।

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    शिक्षकों का कहना है कि छात्रों की डिटेल पोर्टल के माध्यम से अपडेट कर दी गई है। डिटेल अपडेट किए जाने के बाद भी अभिभावकों के खातों में पैसे नहीं आए हैं। अभिभावक अक्सर स्कूल में आकर पूछते हैं कि उनके बच्चों का रूपया कब आएगा। अभिभावकों का कहना है कि उनके खाते सही हैं। उन्हें योजना का लाभ सात माह बाद भी नहीं मिल पा रहा।

    बता दें, जनपद के करीब 11 प्रतिशत छात्र अब तक डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) से वंचित हैं। यह हाल तब है जब अप्रैल से ही डीबीटी खातों में भेजी जाती है। हर वर्ष करीब छह से सात हजार छात्र योजना का लाभ लेने से छूट जाते हैं, जबकि शासन का सख्त निर्देश है कि कोई भी बच्चा बिना यूनिफार्म और स्वेटर जूते मोजे के नहीं रहना चाहिए।

    डीबीटी से यह चीजें लेनी होती हैं

    हर वर्ष छात्रों को शासन की ओर से 1200 रुपये अभिभावकों के खातों में भेजे जाते हैं। राशि में 600 रुपये यूनिफार्म, 175 रुपये स्कूल बैग, 125 रुपये जूते-मोजे के अलावा स्वेटर के लिए 200 और 100 रुपये स्टेशनरी के लिए दिए जाते हैं।

    अधिकतर अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से रुपये पहुंच गए हैं। कोई भी छात्र योजना से वंचित नहीं होगा। जल्द खातों में रुपये आ जाएंगे।


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    - राहुल पवांर, बेसिक शिक्षा अधिकारी, गौतमबुद्ध नगर