Noida Pollution: नोएडा में दो साल बीते पर नहीं घटे प्रदूषित क्षेत्र, हॉटस्पॉट की संख्या भी बढ़ी
नोएडा में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। पिछले दो सालों में प्रदूषित क्षेत्रों में कोई कमी नहीं आई है, बल्कि हॉटस्पॉट की संख्या में वृद्धि हुई है। प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों में कमी के कारण स्थिति चिंताजनक है और नागरिकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
-1761538632358.webp)
चेतना राठौर, नोएडा। तीसरे दिन लगातार रविवार को नोएडा देश में तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 343 के साथ लाल श्रेणी में दर्ज हुआ। शहर की हवा में ग्रेप-2 की पाबंदियों के बावजूद सुधार नजर नहीं आ रहा है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शहर में दस हाटस्पाट चिन्हित किए हैं। पिछले वर्ष भी शहर के यही इलाके अधिक प्रदूषित श्रेणी में रखे गए थे। इस वर्ष में भी इनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
दो वर्षों में चिह्नित हॉस्टस्पॉट में कोई बदलाव नहीं हुआ। इन क्षेत्रों में वाहनों का जाम, सड़कों से उड़ती धूल, निर्माण कार्य और खुले में रखी निर्माण सामग्री से हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है। हर वर्ष शहर में प्रदूषित इलाकाें की सूची बढ़ती जा रही है। 2023 में शहर में आठ हाटस्पाट थे, प्रदूषण बढ़ने के साथ हाटस्पाट की भी संख्या बढ़ रही है। चिन्हित हाटस्पाट इलाकों में रहने वाले लोगों को नाक में खुजली, आंखों में जलन, चर्म रोग की परेशानी, सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सेक्टर 116 रहवासियों का कहना है कि पाइपलाइन डालने के लिए खोदाई की और मिट्टी खुले में छोड़ दी है। हाटस्पाट बनाया लेकिन सुधार के लिए पिछले दो वर्षों में कोई काम नहीे किया गया। एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
दो सालों में हॉटस्पॉट की संख्या नहीं घटी
सेक्टर 151-158, 140-143 को निर्माण गतिविधि से उत्पन्न धूल के कारण, सेक्टर 50-51 में चल रही बड़ी निर्माण परियोजनाओं के कारण, एमिटी यूनिवर्सिटी कैंपस में विध्वंस गतिविधियां चलने के कारण हॉटस्पॉट बनाया गया। साथ ही सेक्टर 116, 115, सेवन-एक्स, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे, यमुना पुश्ता, पुश्ता रोड, दादरी रोड, सेक्टर 62, 104 इन क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है।
नाम के लिए बनाई टीम का गठन
प्रदूषण रोकथाम के लिए नोएडा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने चार टीम और नोएडा प्राधिकरण 14 टीम गठित की। टीमों का गठन किया गया लेकिन टीम ने नोटिस थमाने के सिवा कोई कार्य नहीं किया है। हाटस्पाट की हवा अधिक गंभीर हो गई है।
हॉटस्पॉट के रहवासियों को हवा कर रही बीमार
अधिक प्रदूषित इलाकों में रहने के कारण सेक्टर 50 को हाटस्पाट बनाया है। यहां नाला होने के कारण हवा में बदबू रहती है। इतनी बदबू की सांस लेने में काफी समस्या होती है। सुबह और रात में ट्रैफिक अधिक होने के कारण शोर रहता है। वाहनों के धुएं की वजह से कार्बन रहता है।
आरके शर्मा,सेक्टर 50
जल विभाग ने पाइपलाइन डालने के लिए खुदाई की और मिट्टी खुले में छोड़ दी है। मिट्टी उड़ कर घरों में आ रही है। घर से निकलते ही कपड़ों पर जम जाती है नाक गले में इंफेक्शन हो रहा है। पानी की छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है। ग्रेप लगने के बाद भी नियमों को धूल में उड़ा दिया ।
कर्नल टीएस चौधरी,सेक्टर 116

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।