प्रदूषण ने बढ़ाई सांस फूलने की परेशानी, रेड जोन में पहुंचे नोएडा में AQI 329; देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर
नोएडा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। शहर रेड जोन में पहुंच गया है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 329 दर्ज किया गया है। इस वजह से नोएडा देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। विशेषज्ञों ने लोगों को मास्क पहनने और घर से कम निकलने की सलाह दी है।

नोएडा सेक्टर 94 के पास छाया स्माॅग। जागरण
जागरण संवाददाता, नोएडा। दीपावली पर पटाखों के विस्फोट ने हवा को रेड जोन में पहुंचा दिया है। रविवार को शहर का प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी पहुंचने से सुबह से रात तक धुंध छाई रही। यह धुंध सर्दी की नहीं प्रदूषण की है। नोएडा प्रदूषित शहरों श्रेणी में देश में दूसरे स्थान पर रहा। शहर का एक्यूआई 329 दर्ज किया गया।
हवा की गति के चलते बनी प्रदूषण की परत
दिल्ली-एनसीआर में गाजियाबाद एक्यूआई 333 पहुंचने से देश का पहला प्रदूषित शहर दर्ज किया गया जबकि हापुड़ का एक्यूआ 306 के साथ तीसरे स्थान पर रहा। ग्रीन पटाखे फोड़ने के बाद भी प्रदूषण में कोई रोक नहीं है। हवा की गति 2.5 किमी प्रति घंटा होने के कारण प्रदूषण की परत बनी हुई है। शहर की हवा की रफ्तार कम होने के कारण प्रदूषण का स्तर में सुधार नहीं हो रहा है।
ग्रीन पटाखे फोड़ने का आदेश बना कागजी
सरकार भले ही ग्रीन पटाखे फोड़ने पर जोर दे रही है। उसके बाद भी प्रदूषण का गिरते स्तर में कोई सुधार नहीं हो रहा है। वहीं, शहर की हवा रेड जोन में पहुंचने पर भी वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेप 2 की पाबंदियाें को लागू नहीं किया है। ग्रेप 1 के नियमों पर ही प्रदूषण को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। निर्माण कार्य और पटाखों पर रोक नहीं लगाने के कारण शहर की हवा दूषित हो गई है।
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण
इस वर्ष दिल्ली से अधिक प्रदूषित शहर नोएडा और गाजियाबाद दर्ज किया गया। दिल्ली का एक्यूआई 296,बल्लबगढ़ का एक्यूआई 305 दर्ज किया। देश में छह शहर रेड जोन में दर्ज किए गए।
पिछले दो साल स्वच्छ हवा में मनाया त्योहार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा के सेक्टर 1, 125 और 116 का प्रदूषण अधिक होने के कारण निवासियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है। रविवार को सेक्टर 125 का एक्यूआई 358, सेक्टर 116 का 356 और सेक्टर 1 में 324 दर्ज किया गया। तीनों सेक्टरों की हवा रेड जोन में रही।
दीपावली पर पांच साल में हवा की स्थिति
वर्ष | एक्यूआई |
2025 | 329 |
2024 | 276 |
2023 | 218 |
2022 | 314 |
2021 | 382 |
प्रदूषण का मापन
मानक | गुणवत्ता |
0 से 50 | अच्छी |
51 से 100 | संतुष्टिजनक |
101 से 200 | मध्यम |
201 से 300 | खराब |
301 से 400 | बेहद खराब |
401 से 500 | चिंतनीय |
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