नोएडा: मोबाइल छिनैती और वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश, सरगना गिरफ्तार
नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है जो चोरी की बाइक से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में मोबाइल छीनने की सैकड़ों वारदातें कर चुका है। गि ...और पढ़ें

नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर 58 थाना पुलिस ने एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया है जो चोरी की बाइक से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सड़कों पर लोगों से महंगे मोबाइल फोन छीनने की सैकड़ों वारदातें कर चुका है। गैंग का लीडर रितेश शर्मा है, जिसकी मोबाइल रिपेयर की दुकान है। वह चोरी के मोबाइल फोन के पार्ट्स को दिल्ली के अलग-अलग ब्लैक मार्केट में बेचकर मुनाफा कमाता था।
चारों से मिली जानकारी और जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने नोएडा, गुरुग्राम, दिल्ली-NCR और दूसरी जगहों से चोरी के 52 मोबाइल फोन, चोरी की बाइक, साइकिल और दो चाकू बरामद किए। टीम ने 12 फोन और चोरी की बाइक ट्रेस करके उनके मालिकों से संपर्क किया।
डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि विजय उर्फ पति, सेक्टर 121 गढ़ी चौखंडी, अमन कामरू और गैंग का लीडर रितेश शर्मा, सेक्टर 63, नोएडा को सेक्टर 60 सर्विस रोड से गिरफ्तार किया गया। रितेश और उसके दूसरे साथी आठवीं और नौवीं क्लास तक पढ़े हैं।
पूछताछ में रितेश ने बताया कि वह अपने दोस्तों से चोरी के मोबाइल फोन अपनी मोबाइल रिपेयर की दुकान पर लेता था और दोपहर में उनके पार्ट्स खोल देता था। फिर, जब मौका मिलता, तो वह अपने दोस्तों के साथ दिल्ली के ब्लैक मार्केट में जाकर उन्हें बेच देता था।
इसके अलावा, वह कस्टमर्स को यह बताकर भी अच्छा प्रॉफिट कमाता था कि वे नए हैं। ADCP शैव्या गोयल ने बताया कि गैंग के सभी मेंबर 2012 से स्नैचिंग और चोरी की वारदातें कर रहे थे। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बाद, उन्होंने दिल्ली में कई वारदातें करके पुलिस को चैलेंज किया।
तेज-तर्रार पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह की टीम ने गैंग का पता लगाया और उन्हें सेक्टर 60 में पकड़ लिया। इसके अलावा, आरोपी दिल्ली-NCR में बारी-बारी से क्राइम करते थे। प्लान के तहत, मेंबर चोरी की बाइक से स्नैचिंग करते थे, फिर रेकी करते थे, और घरों और PG से मोबाइल फोन और लैपटॉप चुरा लेते थे।
स्टेशन हाउस ऑफिसर अमित काकरन के मुताबिक, आरोपी विजय उर्फ पति को 2027-2018 में फेज 3 से मोबाइल चोरी के आरोप में दो बार गिरफ्तार किया गया था, जबकि अमन को 2023 में और कमरू उर्फ कमरुद्दीन को फेज 3 पुलिस ने 2018, 2023, 2024 और 2025 में मोबाइल चोरी के दौरान एनकाउंटर में गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
पूछताछ के आधार पर पुलिस टीम ने 12 घटनाओं में मोबाइल फोन ट्रेस किए हैं। उन्होंने बताया कि विजय पर आठ केस, अमन पर चार केस और कमरू पर अलग-अलग घटनाओं के 11 केस दर्ज हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद चारों को जेल भेज दिया है।

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