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    नशा छुड़ाने के लिए नोएडा के अस्पताल में बनेगा वार्ड, मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा दिल्ली या लखनऊ

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 10:52 AM (IST)

    नोएडा के जिला अस्पताल में पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला नशामुक्ति उपचार वार्ड बनने जा रहा है। शराब, गांजा और अफीम जैसे नशे की लत से जूझ रहे मरीजों को अब दिल्ली या लखनऊ जाने की जरूरत नहीं होगी। 10 बेड के इस वार्ड में मनोचिकित्सक और अन्य कर्मचारी तैनात रहेंगे। 

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    जागरण संवाददाता, नोएडा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शराब, गांजा, अफीम समेत अन्य चीजों के सेवन से नशे की लत में पड़े मरीजों को अब इलाज के लिए दिल्ली या लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा। जिला अस्पताल में पश्चिमी यूपी का पहला नशामुक्ति उपचार वार्ड बनने वाला है। 10 बेड के वार्ड में मनोचिकित्सक व अन्य स्टाफ तैनात होगा। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में चर्चा के बाद अस्पताल प्रबंधन ने आइपीडी के लिए पत्र भेजकर कवायद तेज कर दी है। जिला अस्पताल प्रबंधन ने वार्ड बनाने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली है।

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    सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के नशा मुक्ति उपचार केंद्र में रोजाना तनाव, शराब, गांजा, अफीम समेत अन्य तरह के नशे के पदार्थ का सेवन करने वाले मरीज परामर्श के लिए पहुंचते हैं। अब मरीजों की संख्या बढ़कर 150 के करीब पहुंच गई है। मनोचिकित्सक डा. स्वाती त्यागी व स्टाफ मरीजों को दवाइयों देकर उन्हें कोर्स पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

    विशेषज्ञों का दावा है कि फरवरी 2024 से अभी तक 50 मरीजों को पूर्ण रूप से ठीक किया जा चुका है। एक मरीज को दवाई और काउंसलिंग से ठीक करने में काफी समय लगता है। स्वास्थ्य विभाग उपलब्धि पर उच्च अधिकारियों ने वार्ड बनाने का फैसला किया है।

    अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने मामले में पत्राचार भी किया है। सूत्रों ने बताया कि अगले दो-तीन महीनों में वार्ड को मंजूरी मिल सकती है। इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। वार्ड में चार पुरुष, चार महिलाएं और दो बच्चों को रखने का प्रावधान है। उनके लिए 10 बेड की व्यवस्था की जा रही है।

    पिछले वर्ष नशा मुक्ति केंद्र का अलग वार्ड बनाने की चर्चा हुई थी, लेकिन उसमें कवायद तेजी से नहीं हुई थी। अब दोबारा उच्च अधिकारियों से वार्ता कर उन्हें डिमांड पत्र भेजा है। वार्ड में स्टाफ भी तैनात होगा। वहां 24 घंटे मरीजों की निगरानी की जाएगी।


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    डॉ. अजय राणा- कार्यवाहक सीएमएस, जिला अस्पताल