नोएडा के डीटीसी सेंटर से 150 में से 54 बसें बेड़े से हुईं बाहर, जल्द मिलेंगी 125 नई ई-बसें
दिल्ली एनसीआर में डीटीसी की पुरानी बसें अब अंतिम दौर में हैं। नोएडा के डीटीसी सेंटर से 54 बसें बेड़े से बाहर हो चुकी हैं, और अगस्त 2026 तक बाकी भी हटा दी जाएंगी। सेंटर को जल्द ही 125 ई-बसें मिलने की उम्मीद है, जो प्रदूषण मुक्त होंगी और कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगी। इन बसों के आने से यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।

डीटीसी की पुरानी बसें अब अंतिम दौर में।
जागरण संवाददाता, नोएडा। दिल्ली एनसीआर में सार्वजनिक परिवहन का अहम हिस्सा मानी जाने वाली दिल्ली ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन (डीटीसी) की पुरानी बसें अब अपने अंतिम दौर में हैं। अब तक नोएडा के डीटीसी सेंटर की 150 में से 54 बसें अक्टूबर माह तक बेड़े से बाहर हो चुकी हैं, बाकी अगस्त 2026 तक बाहर हो जाएंगी।
सेक्टर-16ए स्थित डीटीसी सेंटर द्वारा मिले आंकड़ों के अनुसार लगभग अगस्त 2026 तक सेंटर की सभी 150 डीटीसी बसें अपनी निर्धारित सेवा अवधि पूरी कर लेंगी। इनमें से कई बसें पहले ही बेड़े से बाहर की जा चुकी हैं। सेंटर को जल्द ही 125 ई-बसें मिलने की उम्मीद हैं।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2010–11 के दौरान दिल्ली सरकार से नोएडा सेंटर को 150 से अधिक नई बसें प्राप्त हुई थीं। लेकिन अब इनमें से अधिकांश ने अपनी सेवा अवधि और तय किलोमीटर सीमा पूरी कर ली है। डीटीसी के अनुसार इन बसों को 15 साल की आयु अगस्त 2026 तक पूरी हो जाएंगी, इसके बाद यह चलन में नही आएंगी।
वहीं इनमें से टाटा कंपनी की बसों के लिए निर्धारित समय तक किलोमीटर की पाबंदी नही होती है, लेकिन अन्य कंपनी से अनुबंधित बसों के लिए करीब साढ़े सात लाख किलोमीटर तक चलाने की अनुमति निर्धारित है, भले उन्होंने 15 साल पूरे किए हों या नही। लेकिन कई बसों की स्थिति इतनी जर्जर हो गई कि वे इस सीमा तक पहुंचते पहुंचते अनुपयोगी हो गईं हैं। कई बार इनके बीच रास्ते में ही खराब होने की समस्या आती रहती हैं।
डीटीसी सेंटर के अधिकारियों के अनुसार अगले कुछ माह में सेंटर को जल्द इलेक्ट्रिक बसें मिल जाएंगी। करीब 125 ई-बसें वर्तमान की कनेक्टिविटी को और भी मजबूत करने के साथ साथ, जीरो प्रतिशत वायु और ध्वनि प्रदूषण मुक्त होंगी। इनकी चार्जिंग सिस्टम को मजबूत करने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी जारी है।

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