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    ट्रायल में नोएडा एयरपोर्ट के पहले यात्री बने कर्मचारी, संचालन से पहले परखी गई प्रवेश से बोर्डिंग तक की तैयारी

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 10:01 PM (IST)

    नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पिछले चार साल से काम कर रहे कर्मचारियों के लिए खुशी का दिन था। उन्हें यात्री बनाकर टर्मिनल की सुविधाओं का ट्रायल किया गया। कर्मचारियों ने सुरक्षा जांच से लेकर बोर्डिंग तक की प्रक्रिया का अनुभव किया। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने इस सफल ट्रायल का वीडियो जारी किया है। एयरपोर्ट का उद्घाटन नवंबर में होने की संभावना है, जिसके बाद घरेलू और कार्गो उड़ानें शुरू की जाएंगी।

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    नोएडा के कर्मचारी यात्री बनाकर टर्मिनल की सुविधाओं का ट्रायल किया गया।

    जागरण संवाददाता, जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार को पिछले चार वर्षों से दिनरात निर्माण में लगे कर्मचारियों के लिए बेहद आनंद से भरा रहा। कर्मचारियों को एयरपोर्ट से हवाई सफर के लिए टिकट के साथ उनके पहचान पत्र देकर दो बसों से एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग ले जाया गया। जहां सभी कर्मचारियों बसों से उतरकर टर्मिनल बिल्डिंग में सुरक्षा जांच के बाद प्रवेश किए।

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    यात्री बने कर्मचारी हाथों में बैग लिए जैसे ही आगे बढ़े उनके रजिस्ट्रेशन की जांच की गई। जांच के बाद आगे बढ़ने पर उनके बैगेज हैडलिंग की जांच और सुरक्षा प्रक्रिया पूरी करने पर स्वचलित सीढि़यों से कोर्ट यार्ड में पहुंचे। जहां हवाई जहाज के पहुंचने का अनाउंसमेंट सुनते ही एयरो ब्रिज के रास्ते उत्साहित कदमों से बोर्डिंग के लिए पहुंचते हैं। ये सब नोएडा एयरपोर्ट के संचालन से पहले एयरपोर्ट पर लगे उपकरण और यात्री सुविधाओं को लेकर सफल ट्रायल।

    नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अधिकतर निर्माण कार्य पूरे कर लिए गए है जल्द उद्घाटन के बाद संचालन प्रक्रिया की तैयारियां की जा रही हैं। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लि. (यापल) ने शुक्रवार को एयरपोर्ट पर कर्मचारियों को यात्री बनाकर टर्मिनल सुविधाओं को लेकर ट्रायल किया।

    यापल ने सफल ट्रायल की एक्स पर वीडियो पोस्ट कर जानकारी साझा की है। वीडियो में यात्रियों बने कर्मचारी बसों से उतरकर अपने टिकट और पहचान पत्र (आईडी) के साथ एयरलाइन के काउंटर पर जाते हैं। जहां सुरक्षा जांच के बाद यात्री आनलाइन चेक-इन करते हैं। जिसके बाद उन्हें बोर्डिंग पास दिए जाते हैं।

    यात्री चेक-इन काउंटर पर अपना सामान सौंपते है। जहां सामान का वजन करने के बाद उस पर बार कोड वाला टैग लगाया जाता है। टैग लगने के बाद सामान कन्वेयर बेल्ट से स्कैन होने के बाद उसी उड़ान स्थल पर भेजा जाता है। यात्रियों के हैंड बैगेज और व्यक्तिगत वस्तुओं की जांच के बाद मेटल डिटेक्टर से निकलते हुए बाडी स्कैनर से जांच पूरी कर यात्रा के लिए आगे बढ़ते हैं।

    टर्मिनल परीक्षण का मुख्य उद्देश्य एयरपोर्ट के संचालन के वक्त यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए गहनता से सभी जांचें पूरी करना था। पहले से 30 अक्टूबर को एयरपोर्ट के उद्घाटन की तैयारी थी लेकिन फिलहाल यह टल गया है। नवंबर में ही इसे एयरो ड्रोम लाइसेंस मिलने के बाद लोकार्पण की तैयारी की जा रही हैं। शुरूआत में एयरपोर्ट से घरेलू और कार्गो उड़़ान शुरू की जाएंगी।