नोएडा एयरपोर्ट के एयरोड्रम लाइसेंस के लिए विकसित की जा रहीं सुविधाएं, वॉच टावर लगाने की प्रक्रिया तेज
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए वाच टावर समेत सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ( ...और पढ़ें
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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का वाच टावर समेत सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का एयरोड्रम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए वाच टावर समेत सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। उधर एयरपोर्ट प्रबंधन यात्री सुविधाओं का ट्रायल भी जारी है।
पिछले माह मुख्यमंत्री ने नोएडा एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था। समीक्षा बैठक के बाद चार दिसंबर तक एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन अभी इसमें कुछ और देर हो सकती है। दरअसल नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बकास) की एनओसी न मिलने के कारण देरी हो रही है।
बकास की रिपोर्ट में कई आपत्तियों का दावा किया गया है। इसमें कंक्रीट का वाच टावर न बनना, टर्मिनल के चार द्वार संचालित न होना आदि शामिल हैं। अधिकारियों का दावा है कि इन सभी आपत्तियों को दुरुस्त किया जा रहा है। जल्द ही यह सभी काम पूरा हो जाएंगे। इसके बाद बकास से सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिलने की उम्मीद है, जो एयरोड्रम लाइसेंस के लिए अनिवार्य होगी।
एयरपोर्ट के प्रवक्ता के मुताबिक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालन के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। एयरोड्रोम लाइसेंसिंग और सुरक्षा से संबंधित अंतिम चरण की स्वीकृतियों के लिए डीजीसीए और बकास के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य हो रहे हैं।

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