Air Pollution: GRAP-4 लागू फिर भी नहीं सुधरा हाल, देश का सबसे प्रदूषित शहर ग्रेटर नोएडा
नोएडा में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है, जिससे ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। ग्रेप-4 लागू होने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं दि ...और पढ़ें
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सेक्टर-25 के पास छाई धुंध के बीच जाते वाहन। जागरण
जागरण संवाददाता, नोएडा। वायु प्रदूषण का स्तर जिले में गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। यह स्थिति तीन दिन से है। इससे राहत के आसार कुछ दिन नजर नहीं आ रहे हैं। सोमवार को ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 447 और नोएडा का 437 अंक दर्ज होने से ग्रेटर नोएडा देश का पहला और नोएडा तीसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा।
हवा थमने से कोहरा और प्रदूषण दोनों की रफ्तार बढ़ गई है। सुबह छह से नौ बजे तक धुंध और कोहरे के चलते सड़कों पर दृष्यता 50 मीटर रही। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हवा की रफ्तार सिर्फ आठ किमी प्रति घंटे की है। यह प्रदूषण का स्तर कम करने में नाकाफी है।
बढ़ती ठंड और प्रदूषण से सांस की तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश के मरीज बढे हैं। दिन और रात के तापमान में कमी दर्ज हो रही है। हवा की गति कम होने के वजह से 17 दिसंबर तक प्रदूषण से राहत के आसार कम हैं।
बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोग दरवाजे और खिड़कियां बंद कर रहते हैं। ग्रेप-4 की पाबदंयिों के बाद भी निर्माण कार्य धड़ल्ले से हो रहे हैं। टीमें निरीक्षण कर रहीं हैं, लेकिन धरातल पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। स्कूलों में कक्षाएं हाइब्रिड मोड पर संचालित हो रहीं हैं। बीते दिनों में प्रदूषण कस स्तर तेजी से बढ़ा है। इसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा की स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक रही है।
एक्यूआई में 29 अंक की कमी फिर भी हवा गंभीर
रविवार की अपेक्षा सोमवार को नोएडा के एक्यूआई में 29 अंक की कमी दर्ज होने पर हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज हुई। वहीं, ग्रेटर नोएडा के एक्यूआई में 12 अंक की बढोतरी दर्ज होने से देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। हवा की गति कम होने से अभी इसमें सुधार और राहत की उम्मीद दूर है।

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