बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगने वाला यूट्यूबर गिरफ्तार, शातिर ने 150 लोगों को बनाया निशाना
सेक्टर-63 पुलिस ने वसीम अहमद नामक एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है जो बेरोजगारों को फर्जी नौकरी का वादा करके ठगता था। वह प्रति व्यक्ति 1500-2000 रुपये वसूलता था और फर्जी नियुक्ति पत्र देता था। पुलिस ने उसके पास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। वह विरोध करने पर पत्रकार होने की धमकी देता था और पहले भी धोखाधड़ी के मामलों में जेल जा चुका है।

जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-63 पुलिस ने यूट्यूब चैनल पर विज्ञापन से बेराेजगारों को मोबाइल एंड टेलीकॉम और इलेक्ट्रानिक सामान की कंपनियों में नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले वसीम अहमद को गिरफ्तार किया है।
उसने छह महीने पहले सेक्टर-81 में नोएडा-दिल्ली जाब के नाम से ऑफिस खोला था। वह प्रति व्यक्ति से फार्म, साक्षात्कार और अपाइंटमेंट लेटर की एवज में 1500 से 2000 रुपये वसूलता था।
ऑफिस में बुलाकर ऐंठ लेता था रुपये
उससे 65 विटिजंग कार्ड (वसीम अहमद पत्रकार- अवेयरनेस न्यूज), 150 विजिटिंग कार्ड (अयान इंटरप्राइजेज), 10 विजिटिंग कार्ड (वसीम अहमद प्रॉपर्टी एडवाइजर रियल स्टेट बिजनेस), 15 विजिटंग कार्ड (अयान इंटरप्राइजेज एयर कंडीशनर रिपेयर एवचं सर्विस विजिटिंग), 85 साक्षात्कार फार्म, नौकरी के फार्म की दो बुकलेट, 20 ट्रेनिंग लेटर, दो ज्वाइनिंग लेटर, एक माइक आईडी, फर्जी मुहर, दो फोन, ऑफिस के नाम के पंपलेट व 840 रुपये बरामद किए हैं।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यूट्यूबर वसीम अहमद ईकोटेक-थर्ड थानाक्षेत्र के ग्राम हल्द्वानी में रहता है। वह यूट्यूब पर विज्ञापन के जरिए लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देता था। उसने सेक्टर-63 के योगेंद्र को भी अपने ऑफिस में बुलाकर पैसे ऐंठे थे।
विरोध पर देता था पत्रकार होने की धमकी
पीड़ित के विरोध करने पर वह पत्रकार होने का रौब झाड़ता था। सेक्टर-63 थाना पुलिस शिकायत मिलने पर तलाश कर रही थी। टीम ने मंगलवार रात उसे बहलोलपुर गोल चक्कर से वैग्नआर गाड़ी में दबोच लिया। एसीपी वर्णिका सिंह ने बताया कि वह युवाओं का साक्षात्कार लेकर उन्हें सैमसंग, ओप्पो, हायर, वीवो, एलजी समेत अन्य कंपनियों के फर्जी नियुक्ति पत्र देता था।
धोखाधड़ी के विरोध पर पीड़ितों को पत्रकार होने का रौब दिखाता था। पुलिस का दावा है कि आरोपित ने 100 से 150 लोगों को निशाना बनाकर ठगी की है। वह 2024 में धोखाधड़़ी के मामले में सेक्टर-49 थाने और सेक्टर-20 व फेज-दो थाने से जेल जा चुका है। उसके खाते को भी फ्रीज कराने की प्रक्रिया चल रही है।
शातिर बताता था सभी को अलग-अलग नाम
थाना प्रभारी अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपित बिजनौर के बढ़ापुर थाना क्षेत्र में ग्राम भक्षड़ा वाला का रहने वाला है। वह पीड़ितों को अपना नाम वसीम अहमद उर्फ, कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी उर्फ रोहित कुमार उर्फ रोहित चंदेला उर्फ राहुल भाटी उर्फ रविंद्र शर्मा बताता था।
उसने अपने ऑफिस में पीड़िताें को जाल में फंसाने के लिए 12-12 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन पर दो युवतियों को रखा हुआ था। उसके पास से बरामद वैग्नआर गाड़ी भी सीज की है। डीसीपी का कहना है कि दोनों युवतियों से भी जल्द पूछताछ की जाएगी।
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