Yamuna Authority News: यमुना अथॉरिटी ने प्रॉपर्टी की ब्याज दरों में किया बदलाव, आवंटियों पर पड़ेगा बोझ
Yamuna Authority ने आवंटित प्रॉपर्टी की ब्याज दरों में बदलाव किया है। एसबीआई के मार्जिनल कास्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) के आधार पर यीडा ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण (यीडा) ने आवंटित प्रॉपर्टी की ब्याज दरों में बदलाव किया है। एसबीआई के मार्जिनल कास्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) के आधार पर यीडा ने ब्याज दरों को पुनर्निर्धारण करते हुए 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 10.50 प्रतिशत कर दिया है।
एक जनवरी से प्रभावी की गई हैं नई ब्याज दर
यह दरें एक जनवरी से प्रभावी कर दी गई हैं। आवंटियों को प्रीमियम के साथ नई ब्याज दरों को सम्मलित करते हुए किस्तों का भुगतान करना होगा। किस्तों का समय से भुगतान न करने पर तीन प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज देना होगा। यानी उनसे 13.5 प्रतिशत ब्याज दर के साथ राशि वसूली की जाएगी। प्रत्येक छह माह में ब्याज की कंपाउंडिंग करते हुए बकाया राशि वसूली जाएगी।
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ब्याज दरों का नया फार्मूला तय
नई ब्याज दर लागू होने से आवंटियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद औद्योगिक प्राधिकरणों में ब्याज दरों का नया फार्मूला तय किया गया था। इसके तहत एसबीआइ की एमसीएलआर दरों के आधार पर प्राधिकरण ब्याज दर तय करते हैं।
साल में दो बार एक जनवरी व एक जुलाई को ब्याज दरों का पुनर्निर्धारण होता है। यीडा के वित्त विभाग के अधिकारी ने बताया कि एक जनवरी से प्राधिकरण की प्रॉपर्टी की ब्याज दरों में बदलाव किया गया है।
एक मुश्त व किस्तों का विकल्प
प्राधिकरण आवंटियों को एक मुश्त भुगतान व किस्तों में भुगतान का विकल्प देता है। किस्तों में राशि का भुगतान करने पर प्रीमियम के साथ ब्याज राशि वसूल की जाती है। एसबीआइ के एमसीएलआर में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि की थी।
इसका सीधा असर प्राधिकरण की ब्याज दर पर पड़ा है। प्राधिकरण की ब्याज दर दस प्रतिशत से बढ़कर 10.5 प्रतिशत हो गई है। इससे आवंटियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। उन्हें किस्तों के रूप में अधिक राशि का भुगतान करना होगा।
ईपीई और यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ने के लिए इंटरचेंज का काम शुरू
पांच साल के लंबे वक्त के बाद ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले इंटरचेंज का काम मंगलवार से शुरू होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की टीम ने मौके पर पहुंचकर सर्वे कार्य आरंभ कर दिया। इंटरचेंज का निर्माण एक साल में पूरा होगा। इसके निर्माण पर 270 करोड़ रुपये है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पश्चिम उत्तर प्रदेश व हरियाणा से कनेक्टिविटी के लिए जगनपुर अफजल गांव के नजदीक 10 किमी प्वाइंट पर इंटरचेंज निर्माण की योजना तैयार की गई थी। 2019 में दिल्ली की देवएस कंपनी को इसके निर्माण का ठेका दिया गया था, लेकिन किसानों से विवाद के कारण जमीन पर कब्जा नहीं मिल सका था।

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