Shrikant Tyagi को लेकर एक और चौंकाने वाला खुलासा, क्या भाजपा नेताओं की आंखों में चुभने लगा था श्रीकांत त्यागी
Shrikant Tyagi case महिला से बदसलूकी मामले में जेल भेजे गए श्रीकांत त्यागी की जिले में तूती बोलती थी। उसके संबंध कई लोगों से थे और वह अपना रौब भी जमाता था। इसके चलते स्थानीय भाजपा नेता चिंतित भी थे।
नोएडा, जागरण संवाददाता। नोएडा सेक्टर 93 स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी में महिला से बदससूली के मामले में ग्रेटर नोएडा स्थिति लुक्सर जेल में बंद श्रीकांत त्यागी को लेकर कई नई जानकारियां सामने आ रही हैं। यह भी पता चला है कि पुलिस के साथ-साथ नोएडा प्राधिकरण में भी उसकी तूती बोलती थी।
वहीं, यह भी पता चला है कि श्रीकांत त्यागी बड़ी तेजी से अपना रसूख नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ाने लगा था। इसके चलते स्थानीय भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को वह चुभने लगा था। यह भी डर सता रहा था कि वह कहीं उन पर हावी न हो जाए।
सबसे ज्यादा नोएडा प्राधिकरण में बोलती थी श्रीकांत की तूती
सत्ता में रसूख के चलते श्रीकांत त्यागी को सभी जगह वीआइपी ट्रीटमेंट मिलता था, लेकिन सबसे ज्यादा उसकी तूती नोएडा प्राधिकरण में बोलती थी। सूत्रों का दावा है कि उसने जिले के तीनों प्राधिकरण में कई लोगों को जमीन आवंटित कराई।
मर्जी से कराता था काम
नोएडा प्राधिकरण में औद्योगिक, कामर्शियल व संस्थागत भूखंडों के आवंटन में उसकी सबसे ज्यादा चलती थी। नोएडा में उसने अपने कई करीबियों को उक्त भूखंड दिलवाए थे। पिछले तीन वर्षों में उसकी नोएडा प्राधिकरण में सबसे ज्यादा चली। उसकी मर्जी से कई काम हुए।
सूत्र दावा करते हैं कि कई स्थानीय नेताओं की नोएडा प्राधिकरण में नहीं चलती थी। उनके कहने से कोई काम नहीं होता था, लेकिन श्रीकांत त्यागी का कोई काम नहीं रुकता था। इससे वह स्थानीय भाजपा नेताओं की आंखों में किरकिरी बन गया था। सूत्रों का दावा है कि उसके द्वारा नोएडा प्राधिकरण से जितने भी आवंटन कराए गए हैं, उनकी भी शासन स्तर से गोपनीय जांच कराई जा रही है।
जबरदस्ती गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है, पत्नी ने नोएडा पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
श्रीकांत सिंह की पत्नी अनु त्यागी ने नोएडा पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। अन्नु त्यागी ने कहा कि जब मैं थाने में थी, तब मेरे घर में दोनों बच्चे अकेले थे, मेरा बड़ा बेटा मैगी बनाकर खा रहा था। मैंने पुलिस से हाथ जोड़कर आग्रह किया था कि मेरे बच्चों से बात करा दो, लेकिन बात नहीं कराई गई। मेरे पति ने सरेंडर किया है, उन पर जबरदस्ती गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है, जो कि फर्जी है।