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    UPSIDA: नोएडा में यूपीसीडा की बिल्डरों पर बड़ी कार्रवाई, रिकवरी सर्टिफिकेट जारी

    Updated: Wed, 28 May 2025 09:44 PM (IST)

    यूपीसीडा ने ग्रेटर नोएडा के तीन बिल्डरों पर 17.86 करोड़ रुपये की आरसी जारी की है जिससे लगभग पांच हजार फ्लैट खरीदार प्रभावित हैं। बकाया राशि और दस्तावे ...और पढ़ें

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    यूपीसीडा का बकाया होने के कारण खरीदारों की रजिस्ट्री अटकी। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने तीन बिल्डर के खिलाफ 17.86 करोड़ की आरसी (रिकवरी सर्टिफिकेट) जारी किया है। तीनों बिल्डर परियोजना में करीब पांच हजार खरीदार है। यूपीसीडा का बकाया होने व दस्तावेजों में कमी के कारण बिल्डर परियाेजनाओं को अधिभोग और पूर्णता प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है।

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    इससे फ्लैट की रजिस्ट्री अटकी हुई हैं। डिजायन आर्क परियोजना का भी एक करोड़ रुपये बकाया है। यूपीसीडा बकाया राशि के सापेक्ष परियोजना में बिना बिके फ्लैट को सील किया जाएगा। इसके लिए परियोजना का सर्वे कराया जा रहा है।

    फ्लैट खरीदारों को मालिकाना हक में बिल्डरों पर बकाया राशि बड़ी अड़चन है। बकाया राशि का भुगतान न करने के कारण अधिभोग व पूर्णता प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है। इससे फ्लैट खरीदारों को मालिकाना हक मिलने में विलंब हो रहा है। खरीदार फ्लैट की रजिस्ट्री के लिए लगातार मांग कर रहे हैं।

    यूपीसीडा ने बकाया राशि की वसूली के लिए आरसी की कार्रवाई की है। यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल शर्मा ने बताया कि ला गैलेक्सिया, ओएसिस, शिवालिक बिल्डर के खिलाफ आरसी जारी की गई है।

    लॉ गैलेक्सिया के खिलाफ आठ करोड़, ओएसिस के खिलाफ नौ करोड़ व शिवालिक बिल्डर के खिलाफ 86 लाख रुपये की आरसी जारी कर जिला प्रशासन को बकाया राशि वसूली की अनुरोध किया गया है। बिल्डरों पर बकाया के अलावा दस्तावेजों में भी कमी है। दस्तावेजों की कमी को पूरा करने के भी निर्देश बिल्डरों को दिए गए गए हैं।

    अनिल शर्मा ने बताया कि डिजायन आर्क परियोजना पर भी एक करोड़ रुपये बकाया है। बकाया राशि के सापेक्ष बिना बिके फ्लैट को यूपीसीडा सील करेगा। बिना बिके फ्लैट की जानकारी के लिए सर्वे कराया जा रहा है, यह सर्वे पंद्रह दिन में पूरा हो जाएगा। इसके बाद सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।