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    यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो- 2025 में प्रदर्शित होगी राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि और विरासत, खास मंडप भी लगेगा

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 04:55 AM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 में पर्यटन विभाग एक खास मंडप लगाएगा। यहाँ राज्य की संस्कृति पर्यटन के मौके और आर्थिक विकास को दिखाया जाएगा। इस मंडप में पर्यावरण का ध्यान रखा जाएगा और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा। मोबाइल ऐप और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी खास होंगे। सरकार पर्यटन को बढ़ावा देकर अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहती है।

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    उत्तर प्रदेश पर्यटन ट्रेड शो में प्रदर्शित करेगा राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि और विरासत

    जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित होने वाले उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 (यूपीआइटीएस) में एक विशेष पवेलियन प्रदर्शित करेगा। इसमें राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, पर्यटन निवेश संभावनाएं और आर्थिक प्रगति को प्रमुख रूप से दर्शाया जाएगा।

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    पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र को राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी वन ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में एक अहम भागीदार के रूप में प्रस्तुत करना है।

    पर्यटन मंत्री ने बताया कि यूपीआइटीएस-2025 में नीति निर्माता, वैश्विक निवेशक, कारोबारी, शैक्षणिक प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल सहित पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी प्रमुख हस्तियां भाग लेंगी। इस दौरान राज्य में निवेश और पर्यटन के नए अवसरों पर व्यापक विमर्श किया जाएगा। पवेलियन को इस बार पूरी तरह से पर्यावरण-अनुकूल रूप में तैयार किया जा रहा है।

    इसमें डिजिटल स्टोरीटेलिंग, एआर-वीआर आधारित डिस्प्ले, आटो-नेविगेशन कियोस्क और सेल्फी जोन जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। आगंतुकों के सांस्कृतिक अनुभव के लिए ब्रज का मयूर नृत्य, सोनभद्र और लखीमपुर के जनजातीय नृत्य, झांसी का बुंदेली नृत्य और लखनऊ घराने की कथक प्रस्तुतियां होंगी। यह पवेलियन राज्य की विविधता और परंपरा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करेगा।

    पर्यटन विभाग अपने मोबाइल ऐप के प्रचार पर विशेष ध्यान देगी। ऐप में क्यूआर-कोड के माध्यम से डाउनलोड की सुविधा उपलब्ध होगी और यह उपयोगकर्ताओं को आध्यात्मिक, बौद्ध, ग्रामीण और वेलनेस पर्यटन के लिए विशेष रूप से तैयार यात्रा कार्यक्रम प्रदान करेगा।

    इस दौरान वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी), हस्तशिल्प, मंदिरों की वास्तुकला और ग्रामीण पर्यटन में नवाचार को भी प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। विभाग निवेशकों के लिए पीपीपी-रेडी हेरिटेज प्रोजेक्ट्स की जानकारी उपलब्ध कराएगा, साथ ही पूंजी सब्सिडी, भूमि आवंटन, टैक्स छूट और सिंगल विंडो क्लीयरेंस जैसी नीतिगत प्रोत्साहनों का विवरण भी साझा करेगा।

    पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन विकसित भारत 2047 की दृष्टि के केंद्र में है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा पवेलियन केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि एक समग्र अनुभव प्रस्तुत करेगा।